चित्रकूट -जिलाधिकारी ने सिलौटा में बन रही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का किया औचक निरीक्षण।

चित्रकूट -जिलाधिकारी ने सिलौटा में बन रही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का किया औचक निरीक्षण।

समय के अवधि में पूर्ण कराएं कार्य - डीएम 

ज़िले में में चल रही जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत अतर सुई गांव के पास सिलौटा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने औचक निरीक्षण करते हुए सीएलएफ, फिल्टर हाउस, केमिकल हाउस, फिल्टर मीडिया, इनलेट, स्विचऑर्ड, पंप हाउस, फ्लोरिन बिल्डिंग, सीडब्ल्यू, ट्रांसफॉर्मर डीजी, कैस्केड एयरटेर आदि के कार्यों के बारे में जानकारी लिए तथा विस्तृत चर्चा भी हुई तथा उन्होंने एलएनटी प्रोजेक्ट मैनेजर से कहा कि यह योजना भारत सरकार व राज्य सरकार की योजना है इसमें मैन पावर बढ़ाकर स्पीड से कार्य कराएं। तत्काल में जो 25 गांव को पानी उपलब्ध कराना है उस स्थिति के बारे में जानकारी लिए। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल, आगनबाडी, पंचायत भवन, सब सेंटर जहां पर है वहां पर भी कनेक्शन दिया जाए एवं स्कूलों के लिए दो पाइप कनेक्शन दिये जाए।

बताते चलें कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत जनपद में तीन बड़ी प्रमुख परियोजनाओं में से सिलौटा एक परियोजना है जो 77 गांवो को जल पहुंचाने के लिए बनाई जा रही है इस परियोजना में इंटेक वेल यमुना नदी पर बन रहा है जबकि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट अतर सुई गांव के पास जो कि 11 किलोमीटर दूर बन रहा है। उन्होंने बताया की जल जीवन मिशन भारत सरकार की अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना और जिस को पूर्ण करना सभी की प्राथमिकता में है। प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि सभी कंपोनेंट पर कार्य दिन-रात चल रहा है और शीघ्र ही वाटर ट्रीटमेंट के पश्चात क्लियर वाटर राइजिंग मेन की टेस्टिंग का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि राज्य और भारत सरकार के द्वारा मिलकर क्रियान्वित की जा रही जल जीवन मिशन स्कीम चित्रकूट जनपद की वर्षों पुरानी पेयजल की समस्या को निदान करने की एक बड़ी योजना है। जिसका लाभ ग्रामीण क्षेत्र के हर घर जल के माध्यम से मिलना है इसमें संपूर्ण जनपद के गांवों में एचडीपी एवं जी आई पाइप लाइन के माध्यम से पानी के पाइप लाइनें बिछाई जा रही है एवं उनसे पाइप वाटर कनेक्शन दिया जा रहा है इन लाइनों को जोन वाइज बने हुए ओवरहेड टैंक से जोड़ा जाएगा एवं उन टैंक को पंप हाउस के माध्यम से भरा जाएगा उन पंप हॉउस को ही पानी पहुंचाने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया जा रहा है जिसका उपयोग यमुना के जल का आवश्यक शोधन करना है।

निरीक्षण के पश्चात जिलाधिकारी ने सिलौटा में ही चांदी बांगर और रैयपुरा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के प्रगति के बारे में विस्तृत चर्चा हुई । उन्होंने इंटक बेल के अंतर्गत सिक्किग, ट्रांसफार्मर डीजी, अप्रोच बीच, फिल्टर हाउस, सब स्टेशन आदि के बारे में विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने रैयपुरा इंटरवेल के अंतर्गत कराए जा रहे की प्रगति धीमी होने पर एक्शियन अधिशासी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) श्री संजय कुमार गुप्ता को निर्देशित किए की जीवीपीआर के प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीनिवासन के कार्य में लापरवाही बरतने के लिए 5 लाख की पेनाल्टी लगाएं। उन्होंने कहा कि जो आप कमेंट करते हैं उसको फॉलो नहीं करते हैं कहा कि जो वीक पॉइंट है उस पर मैन पावर व जेसीबी बढ़ा कर कार्य को जल्द से जल्द संपन्न कराएं। उन्होंने टीपीआई को निर्देशित किये कि सेकंड फेज में कितने किलोमीटर गैप है एवं कितने दिन में पूरा होगा उसका सर्वेक्षण कर प्रेषित करें। 

इस मौके पर अपर जिला अधिकारी नमामि गंगे सुनंदू सुधाकरण, अधिशासी अभियंता जल निगम (ग्रामीण) संजय कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता जल निगम (विद्युत यांत्रिक) सुमित कुमार, एवं एन टी प्रोजेक्ट मैनेजर जितेंद्र तिवारी, जीवीपीआर प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीनिवासन राव सहित संबंधित कर्मचारी अधिकारी उपस्थित थे।