रमजानउल मुबारक महीने के पहले रोजे व पहले जुमे की नमाज शुक्रवार दोपहर को लोगों ने उत्साह से अदा की
अरविंद सैनी
गढ़ी पुख्ता/संवादाता
रमजानउल मुबारक महीने के पहले रोजे व पहले जुमे की नमाज शुक्रवार दोपहर को लोगों ने उत्साह से अदा की। अकीदतमंदों ने अलसुबह सहरी की और फिर फजर की नमाज अदा की। रमजान के पहले जुमा होने के कारण दोपहर में जुमे की नमाज हुई। वही रमजान व जुमे की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड पर रहा।
शुक्रवार को रमजान का पवित्र महीना शुरू हो गया। मुस्लिम समुदाय के लिए यह माह काफी खास और पवित्र होता है। इस पवित्र माह में अल्लाह की इबादत करते हुए रोजा रखा जाता है। पहले दिन भी अकीदतमंदों ने रोजा रखा। रमजानउल मुबारक के पहले जुम्मे की नमाज को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों की मस्जिदों मे चहल-पहल रही। मस्जिदों में अन्य दिनों से ज्यादा भीड़ होने के कारण लोगों को बाहर खड़े होकर नमाज अदा करनी पड़ी। मौलाना नें खुत्बे में कहा कि रमजान का महीना बरकतों रहमतों का है। रोजा ही वह इबादत है जिसे अल्लाह सबसे ’ज्यादा पसंद करता है। मस्जिदो में इमाम व मौलानाओ ने नमाज अदा कराई और अमन चैन की दुआ मांगी गई। फजर की नमाज से शुरू हुआ इबादत का दौर रात को ईशा की नमाज के बाद तराबी तक चला। शाम को भाटू, बूंटा, गुराना, गढ़ी अब्दुल्लाखा, पलठेडी गांव सहित कस्बा गढ़ी पुख्ता व मौहल्ले बाजारों समेत मुस्लिम इलाकों में चहल-पहल रही। इफ्तार सेहरी के लिए फलों की की खरीदारी हुई।