जैविक विधि से पशु चारे का करें उत्पादन , बढेगा दुग्ध उत्पादन
संवाददाता शशि धामा
खेकड़ा | काठा गांव में कृषि वैज्ञानिकों ने महिला कृषकों को जैविक खेती अपनाने पर बल दिया। जैविक विधि से चारा उत्पादन करने की जानकारी दी।
मिशन लाइफ के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों ने शुक्रवार को काठा गांव में जैविक और प्राकृतिक खेती अपनाने पर बल दिया। डा रविन्द्र कुमार ने कीट रोगों से फसल के बचाव के लिए बुआई से पूर्व बीजों को शोधित करना सिखाया।
पशुधन उत्पादन वैज्ञानिक डा सोनिका ग्रेवाल ने पशुओं को अधिक दुधारू बनाने के लिए जैविक चारा तैयार कर खिलाने की जानकारी दी। बताया कि, चारे की फसल ज्वार, बरसीम, लोबिया, जई, बाजरा आदि में कीटनाशकों का प्रयोग कतई ना करें। जैविक खाद के प्रयोग से तैयार चारा पशुओं में दूध की मात्रा को बढाएगा। उन्होने पशुपालक महिलाओं के प्रश्नों के जवाब दिए।