यज्ञीय जीवन ही वसुधैव कुटुंबकं की भावना का पोषक : डा करुण भारद्वाज

यज्ञीय जीवन ही वसुधैव कुटुंबकं की भावना का पोषक : डा करुण भारद्वाज

संवाददाता राहुल राणा

दोघट। आर्य समाज आजमपुर मुलसम के तत्वाधान में तीन दिवसीय यजुर्वेद पारायण महायज्ञ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर दैनिक यज्ञ करने का संकल्प लिया तथा जनकल्याण और राष्ट्र की मजबूती के लिए आहुतियां दी |

यज्ञ के ब्रह्मा डॉ करुण भारद्वाज ने कहा कि, यज्ञ ही सर्वोपरि कर्म है। हमें प्रत्येक दिन अपने कार्यों का शुभारंभ यज्ञ से करना चाहिए। परमात्मा से मिलन का माध्यम यज्ञ है। यज्ञमान प्रदीप दंपति रहे। वेदपाठ त्रिलोकी, रितेश, शिवम ने किया। मास्टर हरबीर आर्य, डॉ उपेंद्र, लोकेंद्र राणा, डॉ राहुल तोमर, ब्रह्मपाल सिंह, मास्टर कृष्ण पाल सिंह, ब्रह्मचारी आर्य, सहंसर पाल, सुरेंद्र दरोगा, नरेश पाल, श्रीचंद, जसवीर, डॉक्टर हरेंद्र, कैप्टन कृष्णपाल, सत्यपाल सिंह, शुभम पाल आर्य, योगेंद्र आर्य, सोराज, नीतू आदि क्षेत्रवासियों ने यज्ञ में आहुति दी।