प्रवचन,परनिंदा के त्याग से ही जीवन बन सकेगा सुखी:ज्ञान भूषण
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली।जैन संत आचार्य ज्ञान भूषण महाराज ने कहा कि, दूसरों की निंदा व चुगली करने वाला मनुष्य सदा दुखी रहता है। मंगलवार को बिनौली के श्री दिगंबर जैन पुराना मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवचन करते हुए उन्होंने कहा कि ईर्ष्या जलन के कारण हम दूसरे में बुराई देखते हैं, उन्हें हीन समझने लगते हैं। गुणों पर पर्दा डालकर अवगुण प्रकट करना ही पर की निंदा कहलाता है।
उन्होंने कहा,निंदा करने वाला व्यक्ति दूसरों की निंदा कर स्वयं को महान समझने की कोशिश करता है। यह जानते हुए भी कि, मैं स्वयं में अवगुण धारण किए हुए हूं। अपने आपमें अपने को ऊंचा समझने का निरर्थक प्रयास करता है। कहा,निंदा चुगलखोरी करने वाला व्यक्ति दर दर की ठोकर खाता है, इसलिए निंदा से बचो। प्रेम भाव मन में जगाओ। कहा कि, प्रेम ह्रदय में आत्मसात् करने से मनुष्य जीवन सुखमय बन जाएगा।
इससे पूर्व मुलसम से पदविहार कर बिनौली पहुंचने पर जैन संत का बैंडबाजों के साथ समाज के लोगों ने स्वागत किया। इस दौरान रविंद्र जैन, नीरज जैन, अरुण जैन, गौरव जैन, मनोज जैन, जिवेंद्र जैन, अनुज जैन, नीलू जैन, छवि जैन, नेहा, साक्षी जैन, सूरज बैंसला, अरुण त्रिपाल धामा आदि मौजूद रहे।