102 एम्बुलेंस में गूंजी नवजात की किलकारी , जच्चा-बच्चा दोनों हैं स्वस्थ

102 एम्बुलेंस में गूंजी नवजात की किलकारी , जच्चा-बच्चा दोनों हैं स्वस्थ

ईएमटी विपिन कुमार व चालक संजू यादव की सूझबूझ और सेवा की सराहना

ब्यूरो डा योगेश कौशिक

बागपत। प्रदेश में संचालित 102 एम्बुलेंस में ही सोमवार को देर रात एक बार फिर नवजात की किलकारी गूंज उठी। जिले के बड़ौत क्षेत्र के ग्राम बामनौली निवासी कोमल को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने 102 एम्‍बुलेंस बुलाई गई थी। एम्‍बुलेंस उन्‍हें लेकर अस्‍पताल जा रही थी ,लेकिन बीच रास्‍ते में प्रसव पीड़ा बढ़ गई थी | एम्‍बुलेंस कर्मचारी ईएमटी विपिन कुमार ने अपनी सूझबूझ से महिला का एम्‍बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया, वही एंबुलेंस चालक संजू यादव ने अपने कर्त्तव्य को पूरा निभाते हुए सही समय से पहुँच कर मरीज़ को एम्बुलेंस में शिफ्ट कराया ,जिसकी ग्रामीणों द्वारा प्रशंसा की गई।

एम्बुलेंस में कार्यरत ईएमटी विपिन कुमार और पायलट संजू यादव ने बताया कि, सोमवार की रात करीब साढ़े दस बजे जानकारी मिली कि, बड़ौत क्षेत्र के बामनौली निवासी 30 वर्षीया कोमल पत्‍नी कपिल को अस्‍पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की जरूरत है। वे एम्बुलेंस लेकर पहुंच गये तथा मरीज को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ौत लेकर जा रहे थे ,लेकिन रास्‍ते में ही प्रसव पीड़ा बढ़ने पर नागबाबा मंदिर सिरसली के समीप एम्बुलेंस सड़क किनारे लगाकर सुरक्षित प्रसव कराया गया तथा बाद में जच्चा-बच्चा को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बड़ौत में सुरक्षित भर्ती करा दिया गया ,जहां डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों ही पूरी तरह सुरक्षित हैं। 

परिजनों एवं अस्तपाल स्टाफ ने सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सरकारी एम्बुलेंस सेवा और एम्बुलेंस कर्मचारियों की सराहना की।एम्बुलेंस प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि, 102 सेवा पूरी तरह से निःशुल्क है। गर्भवती महिलाओं व 2 साल तक के बच्‍चों को घर से सरकारी अस्‍पताल ले जाती है और वापस घर भी छोड़ती है। आकस्मिक स्थिति के लिए एम्बुलेंस में डिलीवरी किट उपलब्‍ध रहती है और एम्बुलेंस स्टाफ इसके लिए प्रशिक्षित हैं।