पंच दिवसीय अथर्ववेद पारायण महायज्ञ राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ हुआ सम्पन्न

पंच दिवसीय अथर्ववेद पारायण महायज्ञ राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ हुआ सम्पन्न

संवाददाता मनोज कलीना

बिनौली | जिवाना गुलियांन के नीलकंठ आश्रम में प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में चल रहे पांच दिवसीय अथर्ववेद पारायण महायज्ञ गुरुवार को राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ संपन्न हुआ, जिसमें देश भर से आए सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने आहुति देकर धर्मलाभ उठाया।

इस अवसर पर सिद्धगुरु महाराज ने श्रद्धालुओं को उपदेश देते हुए कहा कि, गुरु, परमार्थ व ज्ञान के द्वारा सही मार्ग मिलता है। हम सबको अपने कर्म व व्यवहार से राष्ट्र के प्रति समर्पित होना चाहिए, यही राष्ट्रधर्म है। निरंतर पवित्र हृदय से यज्ञ में आहुति देकर राष्ट्र के विकास की कामना करना ही हमारा परम दायित्व है। कहा , परमात्मा ने हमें मानव जीवन श्रेष्ठ कार्य करने को दिया है। जीवन को यज्ञ से जोड़ें और यज्ञ करें, परहित करके जीवन जिएं, इसी से आपके जीवन का निर्माण होता रहेगा। 

आचार्य विनोद कुमार ने कहा कि, यज्ञ में आने से विचार शुद्ध होते हैं। आचार्य चन्द्रमणि, आचार्य अमित शास्त्री, आचार्य अंकुर भारद्वाज ने सस्वर वेदपाठ के साथ ईश भक्ति से ओतप्रोत सुमधुर भजन प्रस्तुत किए। तन्मय मुधोलकर सपत्नीक यज्ञमान रहे। भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत, पूर्व विधायक सहेंद्र सिंह, पराग कोपरेटिव डेयरी चैयरमेन योगेंद्र सिंह सहित सैकड़ों गणमान्य श्रद्धालुओं ने आहुति देकर धर्म लाभ उठाया।