भुमिया माता मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जे का आरोप भाकियू तोमर ने किया धरना प्रदर्शन।

मवाना इसरार अंसारी। भूमिया माता की मंदिर की भूमि पर दबंगों द्वारा कूड़ा कचरा डालकर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को भारतीय किसान यूनियन तोमर के युवा मेरठ मंडल अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह जयंत के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने तहसील प्रांगण में धरना प्रदर्शन कर मंदिर की भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग करते हुए आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई कराए जाने की मांग उठाई गई और मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी अखिलेश यादव को सौंपा। ज्ञापन में भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारियों एवं हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के लतीफपुर कंकरखेड़ा के ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए बताया कि हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के लतीफपुर कंकर खेड़ा गांव में कई दिन से हमारी मंदिर भूमिया माता मंदिर की भूमि को लेकर विवाद चल रहा है जो कि दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है पीड़ित पक्षों ने बताया कि गांव के ही कुछ दबंग एवं गुंडा प्रवृत्ति के व्यक्ति माली मंदिर की भूमि पर कूड़ा कचरा डालकर अवैध कब्जा कर रहे हैं ग्रामीणों की मांग है कि अभिलंब उक्त भूमि से कूड़े कचरे को हटवा कर मंदिर की भूमि को लेखपाल द्वारा उल्लिखित चिन्हित आबादी उक्त भूमि को भूमिया माता मंदिर परिसर को सौंपा जाए। तथा लेखपाल एवं अन्य अधिकारियों द्वारा भूमि से कूड़े कचरे के लिए जो भूमि संख्या 205 मोहन सिंह पुत्र छत्ता सिंह के खेत में चिन्हित की है कचरा वही डलवाया जाए और लिखित में आदेश पारित किया जाए। और जो नामजद आरोपी दलित समाज को वॉइस रिकॉर्डिंग वायरल करके अब शब्द और समाज को अपमानित कर रहे हैं उनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए और जो आरोपी भूमिया माता मंदिर पर कूड़ा कचरा डालकर कब्जा करने की फिराक में है और गांव का सौहार्द बिगाड़ना चाहते हैं उन सब पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए अन्य कई मांगे रखी गई और भारतीय किसान यूनियन तोमर के पदाधिकारियों द्वारा चेतावनी दी गई है कि यदि समस्या का समाधान 1 सप्ताह के अंदर नहीं किया जाता है क्या भारतीय किसान यूनियन तोमर मेरठ हाईवे रोड पर चक्का जाम करेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने वालों में सचिन कुमार रोहतास सतीश कुमार शिवम कुमार सोनू गौतम कुमार डेरा अरुण कुमार विनोद कुमार राजन गुड्डू प्रधान उदयवीर अंकुर कुमार सुशील जयचंद आदि दर्जनों कार्यकर्ता एवं ग्रामीण शामिल रहे।