मानदेय एवं विभिन्न समस्याओं को लेकर तोल लिपिको ने खोला मोर्चा अनिश्चितकालीन हड़ताल।

मानदेय एवं विभिन्न समस्याओं को लेकर तोल लिपिको ने खोला मोर्चा अनिश्चितकालीन हड़ताल।

  मवाना इसरार अंसारी। नगर में स्थित

मवाना शुगर मिल एवं गन्ना क्रयकेन्द्र पर तैनात तोल लिपिको का मानदेय एवं विभिन्न समस्याओं को लेकर आक्रोश दिन-ब-दिन पनपता जा रहा है। नील प्रशासन से वार्ता विफल होने पर शनिवार को सैकड़ों क्रय केंद्र लिपिको ने शुगर मिल प्रांगण में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। समय से मानदेय नहीं मिलने तथा अन्य मांगों को को लेकर चीनी मिल प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए तोल करने से मना कर दिया। चेतावनी दी है कि जब तक मानदेय नहीं मिलेगा तथा उनके विभिन्न मांगों का निस्तारण नहीं किया जाएगा तबतक तोल लिपिको द्वारा चीनी मिल एवं गन्ना क्रयकेन्द्रो पर गन्ने की तोल नहीं होने दी जाएगी। हंगामा की सूचना पर पुलिस भी मोके पर पहुंची ओर हंगामा कर रहे तोल लिपिको को समझाने का प्रयास किया लेकिन सफलता हासिल नहीं हो सकी है। बता दें कि शनिवार को मवाना चीनी मिल के लगभग 167 क्रय केंद्रों पर तैनात तोल लिपिकों ने कार्य बहिष्कार कर विभिन्न मांगों को रखते हुए हड़ताल शुरू कर दी है। इस दौरान मांग उठाई गई क्या गन्ना क्रय केंद्र पर गन्ना आने के दौरान जो गन्ना नष्ट होता है तथा क्रय केंद्र से मिल तक जाते समय जो गन्ना गिरता है तथा खींचा जाता है उत्सव की भरपाई तो लिपिक को करनी पड़ती है इस दौरान अब इस प्रकार की भरपाई तो लिपिक नहीं करेगा तथा मील को इसकी भरपाई करनी होगी। और सेंटर पर आने जाने के लिए तोल बाबुओं को वाजिद गिरा दिए जाने तथा मील में सभी कलरको को सभी चीनी मिल के संमगत मानदेय दिए जाने की मांग उठाई। शनिवार सुबह को चीनी मिल एवं गन्ना क्रय केन्द्रो पर कार्यरत तोल लिपिक एकजुट होकर चीनी मिल में पहुंचे ओर मानदेय दिलाने तथा विभिन्न समस्याओं के निस्तारण की मांग उठाई। चीनी मिल प्रशासन द्वारा कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर तोल लिपिको ने तोल को बंद कर दिया ओर जमकर हंगामा करते हुए नारेबाजी की और अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। बताते चलें कि चीनी मिल टोल लिपिकों की हड़ताल शुरू होने से मिल के लगभग 167 क्रय केंद्र बंद हो गए हैं डिसमिल को लगभग 7:00 से 10 हजार कुंतल गन्ना आपूर्ति बंधित होने से भारी नुकसान उठाना पड़ेगा तथा हड़ताल अनिश्चितकालीन जारी रहने से चीनी मिल नो कैन में भी जा सकती है। इस दौरान सैकड़ो तोल लिपिक हड़ताल में शामिल रहे।