सड़कों पर बेसहारा भूखे प्यासे घूम रहे गोवंश फिर किस काम की गौशालाएं।

सड़कों पर बेसहारा भूखे प्यासे घूम रहे गोवंश फिर किस काम की गौशालाएं।


  बहसूमा प्रवेंद्र कुमार जैन। सरकार द्वारा अनेकों गौशाला खोले जाने के बाद भी बेसहारा गोवंश सड़कों पर घूम रहा है देहात क्षेत्र में किसानों की फसलों को भी को बेसहारा गोवंश खराब कर रहा है लोगों का आरोप है कि सूचना देने के बाद भी सरकारी कर्मचारी गोवंश को लेने के लिए नहीं आते हैं जबकि बेसहारा घूमने वाले गोवंश को गौशाला में रखने के निर्देश है। बता दें कि सड़कों पर घूमता बेसहारा गोवंश आवारा पशु राहगीरों के लिए मुसीबत बन रहे हैं रोजाना लोग इनकी चपेट में आकर चोटिल हो रहे हैं। साथ ही गोवंश पशु भी जख्मी हो रहे हैं कस्बे के लिए अहम बनी इस समस्या को दूर करने के प्रति प्रशासन ने अभी तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई। प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार गोवंश को लेकर काफी गंभीर है।इसका अंदेशा इससे लगाया जा सकता है।कि गुरुवार को लखनऊ में भाजपा के स्थापना दिवस एवं हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर उन्होंने सरकार एवं पार्टी की उपलब्धियां गिनाई तो वही दूसरी तरफ वह गोवंश पर भी बोले। उन्होंने खासकर निराश्रित गोवंश को लेकर चिंता जताई और कहा कि कुछ लोग गोवंश की देखभाल अच्छे से नहीं कर रहे हैं। जबकि सरकार के द्बारा गोवंश के गोबर से बनने वाले ईंधन की खपत कैसे हो उसके सुझाव भी दिए।वहीं गोबर से जो पेंट बनता है,उसके बारे में भी बताया कि गोवंश के गोबर से जो पेंट बनता है।उसके बारे में भी बताया कि गोवंश के गोबर से जो पेंट बनता है।उसका जनता रंगाई पुताई के लिए प्रयोग करें,ताकि जिस जगह पर यह पेंट हो उस जगह पर हवन यज्ञ जैसी सुगंध फैले । उन्होंने बताया कि हमारे देश में गोवंश के गोबर से घर के आंगन में चौका व दीवारो की गोबर से ही पुताई की जाती थी। तमाम गोवंश पर वह बोलें, लेकिन कस्बे में गोवंश का किस तरह से रखरखाव किया जा रहा है।इसका अंदाजा सड़क पर घूम रहे बेसहारा गोवंश से लगाया जा सकता है।