विधायक अशरफ अली खान ऐसे प्रत्याशी के लिए कर रहे वोट की अपील जो 5 साल में दिखाई नहीं दिया
विधायक के लिए भी जनता में भारी रोश
विधायक की कोशिशों के बावजूद भी गठबंधन जीत से हुआ दूर
- लोगों में विधायक व गठबंधन प्रत्याशी के खिलाफ भरी नाराजगी
- बसपा प्रत्याशी को हराने के लिए प्रचार मैदान में उतरे विधायक
जलालाबाद- निकाय चुनाव में बसपा प्रत्याशी का मुकाबला करने के लिए रालोद गठबंधन के विधायक अशरफ अली खान को चुनावी मैदान में उतर कर लोगों से वोट मांगना पड़ रहा है। हालांकि विधायक द्वारा गठबंधन प्रत्याशी के हक में प्रचार प्रसार करने के बावजूद भी लोगों का रुझान गठबंधन प्रत्याशी से हटकर बसपा प्रत्याशी की ओर लगातार बढ़ रहा है। लोगों का कहना है इस बार वह परिवर्तन के लिए मतदान करेंगे।
जनता का कहना है कि गठबंधन प्रत्याशी ने सिर्फ और सिर्फ अपना विकास किया है जनता का विकास नहीं किया वह तो जनता का फोन तक नहीं उठाते थे इसीलिए उनके बार बदलाव चाहते हैं अशरफ अली खान को भी जनता ने चुनकर विधायक बनाया लेकिन विधायक जी से प्रत्याशी को मतदान करने के लिए कह रहे हैं जो अपना विकास करता है जनता का नहीं इसलिए प्रत्याशियों के मन में अबकी बार बदलाव नजर आ रहा है और जहीर को मत देकर जिताने की बात कर रहे हैं । लोगों का कहना है कि विधायक अशरफ अली खान गठबंधन प्रत्याशी के लिए वोट की अपील कर रहे हैं लेकिन जहीर मलिक के लिए कोई नेता वोट मांगने के लिए नहीं आया वह जनता से खुद रूबरू होते हैं और जनता उनको को दिल में रखती है । वही जहीर मलिक के कार्यकर्ताओं ने कहा कि लोग पुराने फोटो और वीडियो उठाकर एडिट करके तरह-तरह की अफवाह सोशल मीडिया में फैला रही है उन पर ध्यान ना दें जो यह वीडियो सोशल मीडिया में एडिट करके वायरल कर रहे हैं उनके खिलाफ कानून कार्रवाई करेगा
यूं तो निकाय चुनाव में उत्तर प्रदेश में जगह जगह पर प्रत्याशी मतदाताओं को लुभाने के लिए तमाम प्रयास कर रहा है, लेकिन शामली जनपद की जलालाबाद निकाय की सीट गठबंधन रालोद विधायक के गृह नगर में होने के कारण काफी अहम मानी जा रही है। लेकिन गठबंधन प्रत्याशी से आम जनता की नाराजगी के चलते गठबंधन एवं रालोद विधायक को बसपा प्रत्याशी से चुनाव जीतने के लिए मैदान में उतरना पड़ रहा है। घर घर जाकर रालोद विधायक लोगों से गठबंधन प्रत्याशी के हक में मतदान करने की अपील कर रहे हैं, लेकिन लोगों का कहना है कि विधायक बनने के बाद विधायक लोगों से मिलने भी नहीं आए। वही 5 साल तक कस्बे में चेयरमैन पद पर रहने के बावजूद गठबंधन प्रत्याशी ने लोगों के सुख-दुख में खड़ा होना गवारा नहीं समझा। वही उनसे किसी काम के लिए मिलने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। गठबंधन विधायक एवं गठबंधन प्रत्याशी से मिलने के लिए मशक्कत करने से नाराज लोगों ने इस बार गठबंधन प्रत्याशी को नकार बसपा प्रत्याशी के हक में मतदान करने का रुझान बना लिया है। कई लोगों का कहना है कि हमें ऐसा चेयरमैन चाहिए जो हम सब के सुख दुख में रात-दिन साथ खड़ा हो इसलिए अब हम परिवर्तन के लिए मतदान करेंगे। लोगों की नाराजगी के कारण वर्तमान थानाभवन विधायक भी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं लेकिन बसपा प्रत्याशी के बढ़ते जनाधार के चलते गठबंधन प्रत्याशी जीत से काफी दूर चले हैं। लोगों के अनुसार अब उनकी जीत के आसार काफी कम हो गए हैं। वहीं बसपा प्रत्याशी को लोगों के मिल रहे अपार समर्थन से बसपा प्रत्याशी ने मतदाताओं में बढ़त बना ली है।