हाउस टैक्स फर्जीवाड़ा में आठ लोगों को दोबारा भेजा नोटिस

अधिशासी ने कहा डिजिटल सर्वे कराकर फर्जीवाड़े पर करेंगे कार्रवाई

हाउस टैक्स फर्जीवाड़ा में आठ लोगों को दोबारा भेजा नोटिस

हाउस टैक्स फर्जीवाड़ा में आठ लोगों को दोबारा भेजा नोटिस

- समय बीत जाने पर भी नहीं किया कोई जवाब दाखिल

- अधिशासी ने कहा डिजिटल सर्वे कराकर फर्जीवाड़े पर करेंगे कार्रवाई

थानाभवन- नगर पंचायत में मकान पर हाउस टैक्स दर्ज करने के फर्जीवाड़े मामले में अधिशासी अधिकारी ने समय बीत जाने के बावजूद भी जवाब ना दाखिल करने वाले आठ लोगों के खिलाफ दोबारा नोटिस जारी किया साथ ही बताया कि डिजिटल सर्वे कराकर पूरे फर्जीवाड़े की जांच की जाएगी जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई होगी।

शामली जनपद की थानाभवन नगर पंचायत में हाउस टैक्स फर्जीवाड़ा मामला उजागर होने के बाद अधिशासी अधिकारी जितेंद्र सिंह ने आठ मकान को चिन्हित किया था। जिनमें से इनाम पुत्र सीदा, इस्लाम पुत्र सीदा, मौसमीम पत्नी महबूब, हारून पुत्र रशीद, रुबीना पत्नी रसीद, शहजादी पत्नी नसीम,शमा पत्नी राशिद, राशिद पुत्र नसीर निवासी मोहल्ला कस्सावन को नोटिस जारी कर मकान से संबंधित कागजों को नगर पंचायत में जमा करने का आदेश दिया था। जबकि करीब 15 दिन बीत जाने के बाद भी नोटिस का कोई जवाब दाखिल न करने पर दोबारा से अधिशासी अधिकारी ने उपरोक्त लोगों को नोटिस जारी किया है। जवाब ना दाखिल करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है। इस मामले में अधिशासी अधिकारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि कस्बे के वार्ड नंबर 13 में कुछ मकानों पर फर्जीवाड़े से नियमविरुद्ध हाउस टैक्स लगाने का मामला उजागर हुआ था। जिसमें एक नगर पंचायत कर्मचारी सहित वार्ड सभासद की संलिप्ता भी सामने आई थी। इस बात की भी जांच की जा रही है। जबकि फर्जीवाड़ा उजागर होने पर वार्ड नंबर 13 में दोबारा से पूरा डिजिटल सर्वे करा कर फर्जीवाड़े की जांच कराई जाएगी। अगर वार्ड नंबर 13 या कस्बे के अन्य किसी वार्ड में इस मामले में फर्जीवाड़ा पाया गया तो दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई होगी। ज्ञात हो कि हाउस टैक्स फर्जीवाड़ा मामले में मामला उजागर होने के बाद संलिप्त लोग अपने-अपने स्तर से मामले को रफा दफा करने की जुगत भिढा रहे हैं। जबकि इस मामले में वार्ड सभासद पति सलीम उर्फ कल्लू ने कहा है कि उनके वार्ड में हाउस टैक्स फर्जीवाड़े मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। किस तरह से कि मकान पर हाउस टैक्स लगाया गया है उन्हें जानकारी नहीं है लगाए गए आरोप बे बुनियाद है।