जिलाधिकारी को औचक निरीक्षण में सिंचाई और विद्युत विभाग के अधिकारी मिले नदारद

जिलाधिकारी को औचक निरीक्षण में सिंचाई और विद्युत विभाग के अधिकारी मिले नदारद

••उपस्थिति पंजिका में नहीं मिले पूर्व के भी हस्ताक्षर , नहीं मिली भ्रमण पंजिका

••10-12 बजे तक हरेक अधिकारी कार्यालय में रहें मौजूद, सुनें समस्याएं और करें समाधान

•• अनुपस्थित अधिकारियोंकर्मचारियों का संतोषी उत्तर न आने तक रोका अक्तूबर का वेतन

••स्कूल के निरीक्षण के दौरान किया मिड डे मील चैक, बच्चों से किए सवाल

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बडौत। जिलाधिकारी ने नगर में स्थित अधिशासी अभियंता सिंचाई व विद्युत प्रथम के कार्यालय का किया औचक निरीक्षण।उपस्थिति पंजिका व भ्रमण पंजिका का भी किया अवलोकन। अनुपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों का अक्तूबर का वेतन रोकने के दिये निर्देश।वहीं अधिकारियों से कहा कि, प्रातः10 से 12 बजे तक अधिकारी अपने कार्यालय में बैठकर सुने जन समस्याएं। इसके साथ ही कार्यालय परिसर में आये फरियादियों से पूछी उनकी समस्या तथा संबंधित अधिकारी को समाधान करने के दिए निर्देश। 

 जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज शहर का भ्रमण किया, जिसमें उन्होंने अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड बड़ौत कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया , लेकिन वहां अधिशासी अभियंता मुकेश कुमार, एसडीओ मुकेश कुमार, अमित कुमार, खंडीय लिपिक प्रमोद कुमार,जेई वीरपाल सिंह, मनोज कुमार गैर हाजिर मिले । उपस्थिति पंजिका देखी गई तो उसमें उन्होंने पूर्व में भी हस्ताक्षर नहीं कर रखे थे ।

 

नियम के अनुसार, कोई भी अधिकारी बिना भ्रमण पंजिका में विवरण दर्ज किए कार्यालय से अनुपस्थित नहीं रह सकते, इस स्थिति को देखते हुए डीएम ने संबंधित अधिकारियों का अक्टूबर माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी को मौके पर भ्रमण पंजिका भी कार्यालय में प्राप्त नही हुई, जिससे कार्यालय की अत्यंत चिंताजनक स्थिति को देखकर समस्त अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए और कहा, जब तक इनका स्पष्टीकरण का जवाब संतोषजनक प्राप्त नहीं होगा, तब तक इनका वेतन आहरित नहीं किया जाएगा ।उन्होंने कहा ,सरकारी कोष से जो भी वेतन ले रहा है ,उसे अपने हस्ताक्षर उपस्थिति पंजिका में अवश्य करने होंगे।

 इसी क्रम में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता विद्युत प्रथम कार्यालय बड़ौत का निरीक्षण किया, यहां भी अधिशासी अभियंता विद्युत, प्रथम ,अपने कार्यालय में नहीं पाए गए और भ्रमण पंजिका में भी उनका आवागमन दर्ज नहीं था ,जबकि कार्यालय स्टाफ द्वारा बताया कि, मेरठ मीटिंग में गए हैं। कार्यालय में कार्तिक भारद्वाज कंप्यूटर ऑपरेटर, हर्षित कंप्यूटर ऑपरेटर , प्रमोद कुमार सहायक के उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर नहीं थे। अंकित कुमार, अतुल कुमार कार्यकारी सहायक मुकेश कुमार सुमन कार्यकारी सहायक आदि अनुपस्थित पाए गए, जिनका जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के निर्देश दिए ।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि, शासन के स्पष्ट निर्देश हैं कि प्रातः 10 से 12 प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित होकर जन सामान्य की समस्या सुनें और प्राप्त प्रार्थना पत्रों का गुणवत्ता के साथ निस्तारण करें ,अगर आपात स्थिति में अधिकारी को कार्यालय से बाहर किसी शासकीय कार्य से जाना है ,तो वह भ्रमण पंजिका में अपने कार्य का विवरण डालकर ही कार्यालय छोड़ें।

जिलाधिकारी ने प्राथमिक विद्यालय बालवीर विद्या मंदिर बड़ौत का भी निरीक्षण किया ,जिसमें कुल 44 बच्चों में से 34 ही आज उपस्थित पाए गए।यहां पर उन्होंने मिड डे मील के रोस्टर के अनुसार बने खाने दाल चावल की गुणवत्ता चेक की । जिलाधिकारी ने बच्चों से अध्ययन कार्य के संबंध में जानकारी ली तथा बच्चों से टेबल, एबीसीडी,अक्षर ज्ञान के संबंध में भी जानकारी ली, जिसमें बच्चों ने सरलता से पूछे गए प्रश्नों का उत्तर दिया।इस अवसर पर एसडीएम बड़ौत सुभाष कुमार भी उपस्थित रहे।