अधिशाषी  अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग

सड़क पर उतरे आक्रोशित वाल्मीकि समाज के लोग

अधिशाषी  अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग

अधिशाषी  अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग

सवांददाता देवेंद्र फौजी 

- सड़क पर उतरे आक्रोशित वाल्मीकि समाज के लोग

- अधिशासी अधिकारी पर हत्या का लगाया आरोप मुकदमा दर्ज करने की मांग

- मौके पर पहुंचे एसडीएम एवं क्षेत्राधिकारी

थानाभवन-नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी द्वारा अपने घर पर निजी कार्यक्रम में सफाई कर्मचारियों को भेजे जाने एवं लौटते वक्त सड़क दुर्घटना में सफाई कर्मचारी की मौत एवं गंभीर घायल के मामले में परिजनों ने अधिशासी अधिकारी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने व मुआवजे की मांग करते हुए गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से मना किया। आक्रोशित वाल्मीकि समाज के लोगों ने नेशनल हाईवे को भी आधा घंटे तक बाधित रखा एसडीएम एवं क्षेत्राधिकारी के आश्वासन के बाद मार्ग को सुचारू रूप से चालू किया जा सका। जबकि पांच मांगों को लेकर परिजनों ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र सौंपा है।

शामली जनपद के जलालाबाद नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी जितेंद्र सिंह के सहारनपुर जनपद में निजी आवास पर कोई प्राइवेट कार्यक्रम था। जिसके चलते नगर पंचायत के सफाई कर्मचारी राजीव, धीरज, अरुण एवं अमित को नगर पंचायत के कूड़े वाहन से घर पर काम करने के लिए भेजा गया था। शुक्रवार की रात्रि सहारनपुर जनपद से वापस लौटते समय रामपुर मनिहारान में आगे चल रहे ट्रक द्वारा अचानक ब्रेक लगाने के बाद नगर पंचायत कर्मचारी का वाहन ट्रक में टकरा गया। जिससे वाहन में सवार चारों सफाई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने वाहन को काटकर चारों को वाहन से बामुश्किल बाहर निकाला। जबकि अस्पताल में इलाज के दौरान एक सफाई कर्मचारी धीरज उर्फ बल्ला की मौत हो गई। जबकि तीन अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। सफाई कर्मचारी की मौत के बाद परिजनों ने शामली के अनुसूचित जाति के जिला उपाध्यक्ष घनश्याम पारचा एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर हंगामा करते हुए अधिशासी अधिकारी जितेंद्र सिंह पर हत्या का आरोप लगाया है। कहना है कि निजी कार्यक्रम में सफाई कर्मचारियों को नियम विरुद्ध भेजा गया जो पद और सरकारी कार्य का दुरुपयोग है। जिसके कारण सफाई कर्मचारी की मौत हुई है। अधिशासी अधिकारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने एवं सस्पेंड करने एवं गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार करने से परिजनों ने साफ इनकार कर दिया। पीड़ित की पत्नी बिता ने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

आक्रोशित समाज के लोगों ने लगाया जाम

सफाई कर्मचारी की मौत के बाद परिजनों एवं वाल्मीकि समाज के लोग काफी आक्रोशित हो गए और अधिशासी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े थे। वाल्मीकि समाज के लोगों ने आक्रोशित होकर दिल्ली सहारनपुर नेशनल हाईवे मार्ग 709 B पर जाम लगा दिया। लगभग आधा घंटे तक मार्ग पर जाम लगने से दोनों और वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोगों का कहना है कि आरोपित अधिकारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए एवं मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी एवं 30 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए। फिलहाल क्षेत्राधिकारी एवं नगर पंचायत जलालाबाद के अध्यक्ष जहिर मलिक द्वारा आश्वासन के बाद लोगों ने जाम खोल दिया है। मौके पर पहुंची क्षेत्राधिकारी श्रेष्ठा ठाकुर एवं एसडीम प्रताप सिंह भदोरिया के सामने पांच मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया। अधिकारियों ने पांचो मांग पर सहमति जताते हुए आश्वासन दिया है। आश्वासन के बाद वाल्मीकि समाज के लोग शांत हुए

जलालाबाद में सफाई कर्मचारी की मौत के मामले में पांच मांग अधिकारियों के सामने रखी

1- ईओ जलालाबाद के खिलाफ तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की मांग

2-अधिशासी अधिकारी का तत्काल तबादला

3- मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व 30 लाख मुआवजे की मांग

3- घायलों को 10-10 लाख मुआवजे के रूप में दिए जाने की मांग

4- घायल सभी लोगों का सरकारी खर्चे पर इलाज की मांग

5- जाम लगाने वाले वाले लोगों पर कोई मुकदमा दर्ज ना किये जाने की मांग

धीरज की मौत के बाद परिवार में नहीं बचा कोई कमाने वाला

मृतक धीरज तीन बच्चों के पिता थे। जिनमें से बड़ी पुत्री 15 साल रिया दूसरे नम्बर पर पुत्र 12 साल साहिल व तीसरे नंबर पर पुत्री 10 वर्ष रिया है। धीरज की अचानक मौत से परिवार के कमाने का साधन भी खत्म हो गया है अब परिवार में रोजी-रोटी का साधन जुटाना वाला कोई नहीं बचा है।