दरोगा पर धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज
जिलाधिकारी के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
दरोगा पर धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज
- गाड़ी बेचने का मामला, पुलिस की हो रही है किरकिरी
- जिलाधिकारी के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
थानाभवन- दरोगा द्वारा गाड़ी बेचने में धोखाधड़ी करने के मामले में जिलाधिकारी के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है। एडिशनल एसपी ने बताया कि जांच कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित कई वर्षों से काट रहा था पुलिस के चक्कर।
थानाभवन क्षेत्र के गांव मुल्लापुर निवासी नेत्रपाल पुत्र रघुवीर ने जिलाधिकारी शामली को एक प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि साल 2018 में उन्होंने थानाभवन थाने पर तैनात उप निरीक्षक लविंक त्यागी पुत्र राकेश कुमार से ₹265000 में एक स्विफ्ट डिजायर गाड़ी खरीदी थी लविंक त्यागी ने गाड़ी को नाम कराने के लिए कहा था कि अभी गाड़ी की आरसी पर लोन चढ़ा हुआ है। जबकि उसने उसे चुकता कर दिया है। 15 दिन बाद आरसी से लोन हट जाएगा। जिसके बाद वह गाड़ी नाम कर देगा, लेकिन काफी दिनों बाद भी ना तो दरोगा ने गाड़ी पर लोन जमा किया और ना ही पैसे वापस लौटाए। पीड़ित ने आरोप लगाया कि 24 जनवरी 2022 को सरसावा क्षेत्र में जब वह अपने रिश्तेदारों को लेकर कहीं जा रहा था तभी बदमाश किस्म के कुछ लोगों ने उससे गाड़ी को छीन लिया और बताया कि गाड़ी पर लोन बाकी है। लोन जमा करने पर ही उन्हें गाड़ी लौटाई जाएगी। पीड़ित का कहना है कि कई बार उसने उपनिरीक्षक लविंक त्यागी को फोन कर संपर्क किया। आरोपी पुलिसकर्मी उन्हें टालमटोल करता रहा। कई बार कहने के बाद भी ना तो पैसे लौटाए और ना ही लोन जमा किया। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने अपने खर्चे से गाड़ी में लगभग ₹60000 की कीमत सीएनजी किट भी लगवाई थी। आरोप है कि अब उपनिरीक्षक उनके फोन भी नहीं उठा रहा है और उन्हें फोन पर पैसे ना देने की धमकी दे रहा है। जानकारी के अनुसार दरोगा पूर्व में भी जेल जा चुका है अब चित्रकूट में तैनाती बताई जा रही है। जिलाधिकारी के आदेश पर थानाभवन थाने में 3 अप्रैल 2023 को पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में उप निरीक्षक लविंक त्यागी पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में एडिशनल एसपी ओपी सिंह ने बताया कि थाने में पीड़ित की तहरीर के आधार पर उप निरीक्षक पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पीड़ित मुकदमा दर्ज होने के बाद थाने में पुलिस से कार्रवाई की गुहार लगाने भी पहुंचा। दरोगा पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज होने का मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है।