माताएं बच्चों के अंदर पैदा करें अच्छे संस्कार, फास्ट फूड से बचाएं

माताएं बच्चों के अंदर पैदा करें अच्छे संस्कार, फास्ट फूड से बचाएं

माता ही होती है बच्चे की प्रथम गुरु, घर होता है विद्यालय

सरस्वती विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में मातृ सम्मेलन का आयोजन

शामली। शहर के सरस्वती विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में कक्षा प्रवेशिका से कक्षा द्वितीय तक के छात्र-छात्राओं का मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने माताओं से शिशुओं में अच्छे संस्कार पैदा करने व उनके खानेपीने पर विशेष ध्यान देने का आहवान किया।

जानकारी के अनुसार शहर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में कक्षा प्रवेशिका से कक्षा द्वितीय तक के छात्र-छात्राओं के लिए मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उपमा शर्मा प्रधानाचार्य उच्च प्राथमिक विद्यालय लिलौन, अनुपमा शर्मा प्राचार्या जैन कन्या डिग्री कालेज बनत, प्रधानाचार्य संजय कुमार, आनंद प्रसाद शर्मा जिला समन्वयक विद्या भारती, रविन्द्र कुमार प्रधानाचार्य सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इंटर कालेज ने मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। कार्यक्रम में मीनाक्षी शर्मा द्वारा नई शिक्षा नीति पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षण कराने में शिशु का सहयोग करें, स्वाति जैन ने कहा कि शिशुओं के व्यवहार पक्ष संस्कार पक्ष को अच्छा बनाने में माताओं का बहुत बडा योगदान होता है, इसलिए माताएं अपने शिशुओं को संस्कारवान बनाने में सहयोग करें क्योंकि माता ही शिशु की पहली शिक्षिका होती है और उस घर प्रथम विद्यालय होता है। विशिष्ठ अतिथि अनुपमा शर्मा ने कहा कि शिशु के शिक्षण में मताताओं का योगदान होता है, वे शिशु को अपने पास बैठाकर प्यार, स्नेह तथा दुलार से उनके गृह कार्य कराने में मदद करे तथा मोबाइल का प्रयोग कम से कम करने की सीख दें। उपमा शर्मा ने शिशुओं के खानपान के विषय में माताओं को विशेष ध्यान रखने का आहवान किया। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में व्यस्तता के कारण हम कभी-कभी शिशुओं को बाजार की बनी चीजें जैसे चाकलेट, टाफी, मैगी व अन्य वस्तुएं देकर स्कूल भेजे हैं, इन चीजों से शरीर में पोषण तत्वों की कमी हो जाती है और बच्चा धीरे-धीरे इन चीजों को खाने का आदी बन जाता है तथा घर की बनी चीजें को नकार देता है, इसलिए बच्चों को ऐसी चीजें न देकर घर के बने खाने के लिए प्रेरित करें, इससे उसके शरीर को पूरा पोषण मिलेगा। विद्यालय प्रधानाचार्य संजय कुमार सैनी ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य माताओं को अपने शिशु के खानपान, शिक्षा संस्कानर तथा व्यवहारिक पक्ष को अच्छा बनाने में सहयोग करना था। इस मौके पर साक्षी शर्मा, स्वाति जैन, रिचा सिंघल, सविता गुप्ता, सुधा शर्मा, संगीता गोयल, सारिका शर्मा, दीपा बंसल, लक्ष्मी गर्ग, नीरज कुमारी, रितू रोहिल्ला आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन रमा शर्मा ने किया।