4 महीने बाद भी पुलिस बरामद नहीं कर पाई अपहर्त किशोर को
झिंझाना। पिछले 4 माह से अहमदगढ़ से अपहर्त किशोर की शक मे की गई नामजदगी के बाद हुई पुलिस किशोर को बरामद नहीं कर पाई है। जबकि वादी का दावा है कि पुलिस जानबूझकर आरोपी को बचाने में लगी है और किशोर उसी आरोपी के कब्जे में है।
अपहर्त के परिजनों ने बताया कि गत 5 अगस्त 2022 को अहमदगढ़ से एक किशोर करीब 14 वर्षीय अरुण का अपहरण कर लिया गया था। मगर 8 अगस्त में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर झिंझाना थाने में मु०अ०सं० 363/22 धारा 364 आईपीसी में दर्ज हुआ था। जिसमें वादी अभिमन्यु पुत्र संतराम निवासी केरटू ने झिंझाना के मोहल्ला नीलारोजा निवासी अकील उर्फ मुल्ला मनिहार को शक के आधार पर नामजद किया था।
वादी अभिमन्यु व इनके परिजनों का दावा है कि अपहृत अरूण वास्तव में अकील के पास ही है मगर पुलिस जानबूझकर अरुण को बरामद नहीं कर रही है। क्योंकि अरुण का कुछ दिन पहले भी अकील ने ही अपहरण किया, जिसकी बरामदगी का खुलासा एक आरटीआई में 112 पुलिस कर चुकी है। जबकि पुलिस ने आरटीआई के जवाब में अरूण को तलाश किये जाने की रिपोर्ट डीसीआरबी में भेजने की बात कही है। अगर वादीगण ने आरोपी से पुलिस की मिलीभगत का आरोप लगाया है। जांच अधिकारी का कहना है कि आरोपी के पास बच्चे के अपहरण का कोई सुराग नही मिला है।