चर्मशोधन भूमि पर अवैध कब्जे की जांच को पहुंचे नायब तहसीलदार
पक्के मकान व दुकान बनाकर लोगों ने कर रखा है अवैध कब्जा
जांच के बाद अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे नायब तहसीलदार
थानाभवन। गृह चर्म शोधन औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति की जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत के बाद नायब तहसीलदार मौके पर जांच करने पहुंचे। राजस्व विभाग की टीम के साथ नायब तहसीलदार ने जांच कर रिपोर्ट जिला अधिकारी को सौपने की बात कही है। हालांकि मौके पर कुछ लोगों ने पक्के मकान व दुकान बनाकर चर्मशोधन की जगह पर कब्जा कर रखा है।
थानाभवन स्थित दिल्ली-सहारनपुर नेशनल हाईवे मार्ग पर मंडी समिति के सामने गृह चर्मशोधन औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लिमिटेड के नाम से चमड़ा रंगाई केंद्र की करीब तीन बीघा जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत समिति के अध्यक्ष संत राम ने शामली जिला अधिकारी रविंद्र कुमार सिंह को 27 फरवरी 2024 को की थी। शिकायत के बाद शामली जिला अधिकारी ने नायब तहसीलदार राजकुमार को मामले की जांच सौंपी। थानाभवन में राजस्व टीम के साथ जांच करने पहुंचे नायब तहसीलदार राजकुमार ने शिकायत के आधार पर जांच पड़ताल की है वही शिकायतकर्ता संतराम का कहना है कि लगभग 15 वर्ष पहले चमड़ा रंगाई का काम बंद हो गया था। समिति के नाम पर करीब तीन बीघा जमीन रजिस्टर्ड हैं उन्होंने यह बैनामा 1958 में सुंदर लाल पुत्र बद्री कस्बा थानाभवन निवासी से समिति के नाम खरीदी थी। जिसका बैनामा भी उनके पास है। आरोप है कि कुछ दबंग लोगों ने समिति की जमीन पर दुकान व प्लाट काटकर पक्का निर्माण भी कर लिया है। उन्होंने साल 2011 और 12 में भी समिति की जमीन की पैमाइश के लिए शिकायत की थी, लेकिन कब्जा धारकों की सांठगांठ के कारण कार्रवाई नहीं हो सकी थी। फिलहाल शुक्रवार को मामले में नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर पैमाइश की है। टीम के जांच पड़ताल की सूचना पर कब्जा धारकों में भी हलचल मची हुई है। ज्ञात हो कि इससे पहले भी मामले में कई बार जांच करने के लिए कई अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं, लेकिन समिति की जमीन का कुछ हिस्सा बेच लिया गया था। जिसमें समिति के कुछ सदस्यों एवं कब्जा धारकों की मिली भगत की जानकारी सामने आई है। जबकि कुछ खाली पड़े हिस्से पर भी अब प्लाटिंग की जा रही है। ज्ञात हो कि उक्त भूमि की कीमत करोड़ों रुपए में है।