सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से लोगों को किया सचेत

आरके पीजी कालेज रासेयो स्वयंसेवकों ने चलाया अभियान वीवी पीजी में रासेयो शिविर में स्वयंसेवकों को कराया योग का अभ्यास

सिंगल यूज प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से लोगों को किया सचेत
शामली। शहर के आरके पीजी कालेज के रासेयो के सात दिवसीय विशेष शिविर में स्वयंसेवकों द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के अंतर्गत रैली का आयोजन किया गया। रैली में शामिल स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं ने लोगों को प्लास्टिक से जीवन पर पडने वाले दुष्प्रभाव से अवगत कराते हुए इसका प्रयोग न करने के प्रति जागरूक किया।


जानकारी के अनुसार शहर के आरके पीजी कालेज की रासेयो की प्रथम इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवें दिन का शुभारंभ कार्यक्रमाधिकारी डा. एमआर सैनी ने किया। प्रथम चरण में स्वयंसेवकों ने सिंगल यूज प्लास्टिक बैन के अंतर्गत एक रैली का आयोजन किया गया। रैली प्राकृतिक चिकित्सालय से प्रारंभ होकर बरखंडी, पंसारियान, पटेलनगर तक निकाली गयी। रैली में शामिल स्वयंसेवकों ने लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक से होने वाले दुष्प्रभाव के संबंध में जागरूक करते हुए इसका प्रयोग न करने के प्रति भी जागरूक किया। स्वयंसेवकों ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर्यावरण के लिए बेहद गंभीर समस्या उत्पन्न करता है, यह न तो डिंकपोज होते हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है, इनका कचरा बारिश के पानी को जमीन के नीचे जाने से रोकता है जिससे ग्राउंड वाटर लेवल में कमी आ जाती है, इन प्लास्टिक के जलने से जो जहरीली गैस या कैमिकल निकलते हैं वो न सिर्फ पर्यावरण बल्कि इंसानों, जानवरों ओर पेड पौधों की सेहत को भी नुकसान पहुंचाते हैं जिससे आसपास रहने वाले लोगों में सांस से जुडी समस्याएं और कैंसर तक का खतरा बढ जाता है। दूसरे चरण में स्वयंसेवकों ने प्राकृतिक चिकित्सालय में श्रमदान किया। दूसरी ओर वीवी पीजी में चल रहे रासेयो की तीनों इकाईयों के सात दिवसीय शिविर के चौथे दिन छात्र-छात्राओं को योगाभ्यास कराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ इंजीनियर और योगाचार्य रामअवतार तायल व मुख्य नियंता डा. प्रताप कुमार ने किया। मंच संचालन शगुन ने किया। चीफ प्राक्टर डा. प्रताप कुमार ने शिविर की क्या उपयोगिता होती है पर व्याख्यान दिया। योगाचार्य राम अवतार तायल ने छात्र-छात्राओं को प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, व्रजासन, ओम ध्वनि का उच्चारण, ताडासन, तितली आसन, भ्रमरी आसन, मंडूकासन, सूर्य नमस्कार, अंजली मुद्रा, प्राणायाम, अर्ध चंद्रासन, भुजंगासन, चक्रासन आदि का अभ्यास कराया तथा योग से होने वाले लाभों से अवगत कराया। इस मौके पर प्राचार्य डा. सुधीर कुमार, डा. मृदुला जैन, नारायण सिंह, निर्भय कुमार, डा. बबली रानी, सौरभ मलिक, डा. मुकेश कन्नौजिया आदि मौजूद रहे। शिविर के दूसरे सत्र में डा. नीना छोकरा ने अध्यात्म पर विचार व्यक्त किए। शिविर का थीम नशा मुक्ति रहा जिसमें छात्र-छात्राओं ने पोस्टर एवं स्लोगन तैयार किए। इस अवसर पर कार्यक्रमाधिकारी डा. छवि, गिरीश नारायण, कुणाल सिंह, अरविन्द, श्यामवीर, नेहा, पूजा, शगुन, आशीष, ज्योति, खुशी, लतिका, वंदना, नंदिनी, कार्तिक, आदित्य शर्मा, अभिषेक, आफताब आदि भी मौजूद रहे।