ग्रामीण ने ग्राम प्रधान पर लगाया था कुम्हारो के तालाब की मिट्टी बेचने का आरोप

अवर अभियंता और ग्राम सचिव की मिलीभगत से हो रहा मछली पालन आपस में बंदर बाट की चर्चा जोरों पर

ग्रामीण ने ग्राम प्रधान पर लगाया था कुम्हारो के तालाब की मिट्टी बेचने का आरोप

कुम्हारों के तालाब में मछली पालन कर आमदनी को आपस में बांट रहे 

है कब्जा धारी सराकर को चुना 

कुम्हारों के तालाब में मछली पालन, शिकायत में आरोप सिद्ध

- ग्रामीण ने ग्राम प्रधान पर लगाया था कुम्हारो के तालाब की मिट्टी बेचने का आरोप

- अवर अभियंता ने भी नियम विरुद्ध करा दी तालाब की खुदाई

- खंड विकास अधिकारी ने कहा नियम विरुद्ध किया गया है कार्य होगी कार्रवाई

थानाभवन- कुम्हार वाले तालाब की मिट्टी बेचने की शिकायत के मामले में ग्राम सचिव ने आरोपो को स्वीकार करते हुए अपना जवाब प्रधानमंत्री पोर्टल पर प्रेषित किया है। जबकि खंड विकास अधिकारी ने नियम विरुद्ध किए गए कार्य पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। तालाब में कब्जा धारक नियम विरुद्ध मछली पालन कर रहे हैं।

शामली के थानाभवन ब्लॉक के गांव गोगवान जलालपुर में कुम्हार वाले तालाब की गांव निवासी जगपाल ने प्रधानमंत्री पोर्टल पर करीब एक माह पहले शिकायत करते हुए ग्राम प्रधान पर तालाब की मिट्टी बेचने का आरोप लगाया था। मामले में ग्राम सचिव मंजूषा ने जवाब में अपनी जांच आख्या प्रेषित करते हुए बताया कि गांव के कुम्हार वाले तालाब को लघु सिंचाई विभाग द्वारा खुदाई कराई गई है। जिनकी मिट्टी मेढ बनाने में इस्तेमाल की गई है। जबकि गांव के स्थानीय लोगो द्वारा तालाब में मछली पालन किया जा रहा है। जिसका मछली पालन से होने वाली आमदनी के पैसे का आधा हिस्सा मंदिर में दान दिया जाता है जबकि आधा हिस्सा स्थानीय लोग आपस में बांट लेते हैं। अब हैरत की बात तो यह है कि जब तालाब को कुम्हारो के लिए आरक्षित किया गया है तो लघु एवं सिंचाई विभाग ने नियम विरुद्ध तालाब की खुदाई कैसे करा दी एवं तालाब में नियमानुसार मछली पालन की लिए अनुमति के बगैर ही लोगों के द्वारा मछली पालन किया जा रहा है। जबकि मछली पालन से होने वाली आय को सरकारी कोष में नियम अनुसार जमा करने की बजाय आपस में बांटा जा रहा है और ग्राम सचिव धड़ले से बेख़ौफ़ होकर शिकायतकर्ता को यह जवाब प्रधानमंत्री पोर्टल पर प्रेषित कर रही है। जब इस संबंध में खंड विकास अधिकारी पुनीत कुमार से वार्ता कर जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि आरक्षित तालाब को अगर नियम विरुद्ध लघु सिंचाई विभाग ने खुदाई कराई है और जैसा कि जवाब में बताया गया है कि तालाब में मछली पालन किया जा रहा है और उससे होने वाली आय को भी कुछ लोग सरकारी कोष में नियम अनुसार जमा करने की बजाय आपस में बांट रहे हैं तो मामला अत्यंत गंभीर है वह इसकी जांच कर नियम अनुसार कार्रवाई करेंगे।

आरक्षित तालाब की नियम विरुद्ध अवर अभियंता ने करा दी खुदाई

थानाभवन ब्लॉक में अक्सर विवादों में घिरे रहने वाले लघु एवं सिंचाई विभाग के अवर अभियंता अमित कुमार राठी एक बार फिर नियम विरुद्ध कराए गए कार्य की वजह से चर्चा में है। जब तालाब को सरकार ने कुम्हारो की मिट्टी के लिए आरक्षित किया है तो फिर लघु सिंचाई विभाग ने तालाब की नियम विरुद्ध खुदाई कैसे करा दी। खुदाई के नाम पर पैसे की बंदर बांट की जा रही है। जबकि स्थानीय लोग अवर अभियंता पर एक ही ब्लॉक में पिछले 15 सालों से तैनाती का भी आरोप लगा रहे हैं।

ग्राम सचिव को नहीं किसी का खौफ

गांव में तैनात ग्राम सचिव मंजूषा ने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा तालाब में कोई कार्य नहीं कराया है। जबकि उसने यह स्वीकार करने में कोई गुरेज नहीं किया कि तालाब को लघु एवं सिंचाई विभाग ने खुदाई कराई है और उसमे मछली पालन किया जा रहा है जिसके पैसे को भी कुछ स्थानीय लोगों द्वारा आपस में बांट लिया जाता है। शिकायतकर्ता द्वारा ग्राम प्रधान पर लगाए गए आरोपो का बचाव करते हुए ग्राम सचिव ने कुछ स्थानीय लोगों द्वारा यह नियम विरुद्ध कार्य करने की बात स्वीकार की है।