नशे की ओर बढती युवा पीढ़ी को रोकने की जिम्मेदारी निभाएं बडे बुजुर्ग, भरें अच्छे संस्कार: रवि शास्त्री
संवाददाता आशीष चंद्रमौलि
दोघट।आर्य समाज मंदिर दाहा का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव यज्ञ,भजन एवं प्रवचन के साथ संपन्न हुआ।इस मौके पर स्वामी शिवानंद सरस्वती ने कहा, युवा पीढ़ी नशे की ओर बढ रही है, यह बहुत ही चिंता का विषय है,क्योंकि नशा एक सामाजिक बुराई है, इसलिए युवा पीढ़ी नशे का त्याग करें।
जिला आर्य प्रतिनिधि सभा बागपत के मंत्री रवि शास्त्री ने कहा कि, आधुनिक चकाचौंध में हमारे पूर्वजों द्वारा समाज का जो ताना-बाना बनया गया था, वह छिन्न-भिन्न होता दिखाई दे रहा है।युवा पीढ़ी विचलित हो रही है और नशे को अपना रही है, जिससे अन्य दुर्व्यशन भी आ रहे हैं। युवा पीढ़ी का काम करने को मन नहीं करता है। इसलिए बडे बुजुर्ग अपना दायित्व निभाएं और बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार दें। हमारे अंदर जो खामियां हैं हम उनका सुधार करें। यह क्षेत्र बहुत अच्छा है। बड़ों के धमकाने में ही हमारी भलाई छिपी होती है।कसा, जिनके माता-पिता जीवित हैं वह मन लगाकर अपने माता-पिता की सेवा करें ,यही मानवता है। बेटे एवं बेटियों को संस्कारित बनाने लिए 9 अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक बड़ोत में लग रहे आवासीय चरित्र निर्माण शिविर के लिए बच्चे भेजने के लिए लोगों से आह्वान किया।
भजन उपदेशिका सविता आर्या ने कहा ,बहन बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ प्राचीन ग्रामीण संस्कृति को जरूर अपनाना चाहिए। आज हमारी बेटियां घर का कार्य करना पसंद नहीं करती है। समाज को बचाने की जिम्मेदारी हम सब की है। हम इसका निर्वहन करें।इस अवसर पर स्वामी सत्यावेश पूर्व प्रधानाचार्य रामपाल तोमर, धर्मपाल त्यागी, यशवीर राणा, राजपाल, मास्टर कृष्णपाल मुलशम, प्रमोद धनोरा, देवेंद्र टिकरी, विजय सिंह राठी, मुकेश विद्यालंकर,सुभाष सत्यवीर , राजेंद्र निरपुडा आदि उपस्थित रहे।