समस्याओं का धारणाओं के बदले सर्वेक्षण और विश्लेषण कर समझना जरुरी: डॉ राजीव खोखर
कार्यशाला में प्रोजेक्ट तैयार करने के दिए टिप्स
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली | जिवाना गाँव के गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रम राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के तत्वाधान में स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना विषय पर शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला हुई।
कार्यशाला का शुभारंभ संस्थापक प्रो बलजीत सिंह आर्य ने किया। प्रशिक्षक राष्ट्रीय बाल विज्ञान के जिला संयोजक डॉ राजीव खोखर ने शिक्षकों व विद्यार्थियों के रुझान को विज्ञान की ओर बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय समस्याओं को विज्ञान के आधार पर समझकर प्रोजेक्ट कार्य तैयार करने के बारे में टिप्स दिए। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान विधि से कार्य करना सीखकर अपने अंदर छिपी प्रतिभा को पहचानने को कहा।
धारणाओं के अनुरूप क्षेत्रीय समस्याओं पर चर्चा कर सर्वेक्षण और प्रयोगों के जरिए उनका विश्लेषण करते हुए निदान तक पहुंचकर समस्त कार्य को सूचीबद्ध कर प्रोजेक्ट तैयार करने का आह्वान किया गया। उन्होंने जनपद स्तरीय आयोजन के लिए अपने प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए विद्यार्थियों को निर्देश दिए। उपप्रधानाचार्य डॉ सुशील वत्स, राकेश जैन, आकाश सोलंकी, वैभव जैन, ऋषिपाल सिंह, सविता सिवाच, प्रवीण तोमर, राधा सोलंकी, गीता मान, अंकित अर्पित जैन आदि मौजूद रहे।