सम्मेद शिखर के लिए जैन समाज का विरोध प्रखर, मोक्षदायिनी तीर्थंकर तपोभूमि की पवित्रता से खिलवाड़ पर गंभीर परिणाम की चेतावनी

सम्मेद शिखर के लिए जैन समाज का विरोध प्रखर, मोक्षदायिनी तीर्थंकर तपोभूमि की पवित्रता से खिलवाड़ पर गंभीर परिणाम की चेतावनी

संवाददाता मो जावेद

छपरौली | बुधवार को कस्बे के सकल जैन समाज की ओर से सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल घोषित करने पर रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया गया , साथ ही सभी प्रतिष्ठानों को बंद कर शिखरजी को पर्यटन स्थल के बजाए पवित्र स्थल घोषित करने की मांग की गई।  

जैन समाज के लोगों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत नारेबाजी करते हुए हुंकार भरी कि, 'सम्मेद शिखर हमारा है और हम इसे ले के रहेंगे' । बाजारों व नगर के विभिन्न मार्गों से निकाले जुलूस केबाद जैन समाज के लोगों ने थाने में ज्ञापन भी दिया कि ,अगर शिखरजी पर्यटक स्थल बन गया तो वहां की पवित्रता नष्ट हो जायेगी। इसको बचाने के लिए जैन समाज ने मिल कर 26 दिसंबर तक सरकार से पुनः तीर्थ स्थल घोषित करने की मांग की है।

जैन समाज के लोगों का कहना है कि, सम्मेद शिखर पर समाज के बीस तीर्थकर व अनंत मुनिराजोंं की तपस्या के बाद मोक्षस्थली है । ऐसे में इसे नष्ट नहीं होने देंगे ,हम शिखरजी को बचा कर रहेंगे।इस अवसर पर राजेश जैन, सुरेंद्र जैन, पीयूष जैन, राहुल जैन, जिनेंद्र नीलम जैन व सुनीता जैन आदि मौजूद रहे।