चित्रकूट-नवागंतुक पुलिस अधीक्षक ने चार्ज लेते ही सिखाया अनुशासन का पाठ - पत्रकारों को बताई प्राथमिकताएं।

चित्रकूट: नवागंतुक पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह रविवार को भगवान कामतानाथ जी के दर्शन पूजन कर गोपनीय कार्यालय पहुंचकर कार्यभार संभाला। जहां उन्होंने पत्रकारों से वार्ता कर अपनी प्राथमिकतायें गिनाई। 

रविवार को आईपीएस अरुण कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक चित्रकूट के पद का कार्यभार संभाला। बता दें कि 1994 बैच के पीपीएस अधिकारी अरुण कुमार सिंह का आईपीएस में प्रमोशन गोरखपुर में एसपी सिटी में तैनाती के दौरान हुआ था। आईपीएस के तौर पर उनकी जिले तीसरी तैनाती है। 

 पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना होगा। उन्होंने कहा पीड़ित ब्यक्ति को न्याय मिलेगा तो पुलिस की छवि अपने आप बेहतर होगी। महिला अपराधों के प्रति पुलिस संवेदनशील रहेगी। अपराधियों पर सख्त कार्रवाई होगी, लेकिन प्रयास रहेगा एक भी निर्दोष जेल न जाने पाए। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में अपराधों पर लगाम नही लगेगी तो थानाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय की जाएगी।उन्होंने बताया की 2001 से 2004 तक जब मिर्जापुर,चंदौली,सोनभद्र में नक्सलवाद अपने चरम पर था तब उन चुनौतियों का सामना कर चुके हैं।अब चित्रकूट डकैतों से मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया की पूर्वांचल,पश्चिम प्रदेश,अवध प्रदेश में सेवा करने के बाद अब बुंदेलखंड में सेवा करने का पहला अवसर मिला है। जहां भौगोलिक आधार पर पूरे प्रदेश की सेवा हो गई। बताया कि लगभग 17 जनपदों में सेवा कर चुके हैं।जिनमे से क्षेत्राधिकारी के पद से मिर्जापुर से शुरुआत हुई है। इसके बाद बदायूं, सोनभद्र, कानपुर, प्रयागराज, गाजियाबाद, मेरठ, बरेली, अलीगढ, अयोध्या, मथुरा, गौतमबुद्ध नगर, रामपुर, गोरखपुर के बाद डीजीपी मुख्यालय से स्थानांतरण होकर प्रभु की कृपा से भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में सेवा करने का अवसर मिला है।यह एक संयोग ही है कि विंध्यवासिनी मिर्जापुर से डीएसपी, प्रभु श्रीराम की जन्मभूमिअयोध्या से अपर एसपी और अब श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट से एसपी के पद पर सेवा करने की शुरुआत हुई है। उनका ग्रह जनपद आजमगढ है,जहां से उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद इलाहाबाद विश्व विद्यालय एमए,एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल किया है। इस मौके पर एएसपी चंद्रमणि त्रिपाठी, मीडिया सेल प्रभारी विजय सिंह आदि मौजूद रहे।