गौरव पाण्डेय को मिला साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2024, कविता संग्रह "स्मृतियों के बीच घिरी है पृथ्वी" पर मिली यह बड़ी पहचान।

गौरव पाण्डेय को मिला साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2024, कविता संग्रह "स्मृतियों के बीच घिरी है पृथ्वी" पर मिली यह बड़ी पहचान।

चित्रकूट: स्वामी विवेकानंद की जयंती, जिसे युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है, के मौके पर हिंदी साहित्य जगत के एक और सितारे ने अपनी चमक बिखेरी। गोस्वामी तुलसीदास राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्रोफेसर गौरव पाण्डेय को उनके कविता संग्रह "स्मृतियों के बीच घिरी है पृथ्वी" के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2024 से नवाजा गया। यह सम्मान उन्हें उत्कल विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर में आयोजित अर्पण समारोह में प्रदान किया गया।

गौरव पाण्डेय के साहित्यिक योगदान को इस पुरस्कार के माध्यम से मान्यता मिली है। उनके दो कविता संग्रह और विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित आलेख हिंदी साहित्य के उभरते हुए नामों में उन्हें एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाते हैं। साहित्य अकादमी हर साल 35 वर्ष से कम आयु के लेखकों को 24 भारतीय भाषाओं में उत्कृष्ट कार्यों के लिए यह पुरस्कार प्रदान करती है, और इस वर्ष हिंदी भाषा में यह सम्मान प्रोफेसर पाण्डेय को मिला।

समारोह के दौरान, साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने गौरव पाण्डेय को 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार और एक उत्कीर्ण तांबे की पट्टिका प्रदान की। यह पुरस्कार न केवल उनकी साहित्यिक यात्रा की अहम उपलब्धि है, बल्कि यह हिंदी साहित्य के प्रति उनकी निष्ठा और योगदान का भी प्रतीक है। गौरव पाण्डेय की यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत समर्पण को दिखाती है, बल्कि युवा लेखकों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनती है।

साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद गौरव पाण्डेय ने इस उपलब्धि को अपने परिवार, शिक्षकों और विद्यार्थियों के योगदान का परिणाम बताया, और हिंदी साहित्य में अपनी सृजनात्मकता को और भी ऊंचाइयों तक पहुंचाने का संकल्प लिया।