सम्राट् सलक्षण पाल के जयंती समारोह में भाजपा और रालोद के नेता व जनप्रतिनिधि एक मंच पर
सांसद डा सत्यपाल सम्राट् सलक्षण पाल के जयंती समारोह में भाजपा और रालोद के नेता व जनप्रतिनिधि एक मंच परसिंह ने चौधराहट प्रणाली के जनक बताया सम्राट् को
ब्यूरो डा योगेश कौशिक
बड़ौत। जनता वैदिक कॉलेज में सम्राट् सलक्षण पाल सिंह का जन्म दिवस मनाया गया। इस अवसर पर यज्ञ व वैचारिक समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें वक्ताओं ने राजा सलक्षण पाल के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके जीवन से सीख लेकर उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प दोहराते हुए समाज व राष्ट्र की उन्नति में योगदान देने का आह्वान किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सांसद डा सत्यपाल सिंह ने कहा कि जब राजतंत्र विफल होता जा रहा था , विदेशी हमलावरों का षड्यंत्र सफल होता जा रहा था ,जब मत-मतांतर के नाम पर देशवासी तेजी से अलगाववाद के शिकार होते जा रहे थे तथा ऊंच नीच और छुआछूत जैसी अमान्य मान्यताओं से समाज के ठेकेदारों के बेशर्मी से सरोकार होते जा रहे थे ,तब देश के व्यापक हितों में आपसी सद्भाव एवं सामाजिक समरसता के लिए सन् 1005 में सम्राट् सलक्षण पाल पाल सिंह तोमर ने अपना राजपाट छोड़कर सामाजिक सत्ता के विकेंद्रीकरण के लिए पंचायत व्यवस्था में चौधराहट प्रणाली को लागू किया था। खाप व्यवस्था में प्रतिस्पर्धा के लिए उन्होंने देश के नाम से एक अवार्ड घोषित किया था ,जो खाप विघटित होते हुए लोगों को संगठित करने में अग्रणी भूमिका निभाएगी ,उन्हें संघर्ष के लिए तैयार कर अग्रणी भूमिका अदा कराएगी ,वह खाप देश खाप कहलाएगी।
विद्वान् सांसद डा सत्यपाल सिंह ने कहा कि,सलक्षण पाल का सौभाग्य रहा कि 1005 से 1857 तक उक्त अवार्ड सलक्षलायन के जांबाज योद्धा ने समय-समय पर हासिल किया था, जिसके चलते आज भी सलक्षलायन खाप देश कहलाती है। उन्होंने कहा कि ,हमें अपने पूर्वजों का इतिहास जानना चाहिए।
कार्यक्रम को सफल बनानें में रालोद विधायक डा अजय कुमार, पूर्व मंत्री ओमवीर सिंह,थांबेदार यशपाल सिंह तोमर, अर्जुन अवार्डी शोकेन्द्र पहलवान, सुभाष पहलवान, संजीव चौधरी, अरूण तोमर बोबी, गौरव बड़ौत, वीरेन्द्र सिंह, महक सिंह, आरके तोमर, विनोद, अशोक तोमर सहित सम्राट सलक्षपाल देव तोमर मैमोरियल के पदाधिकारियों व सदस्यों का योगदान रहा।