जिलाधिकारी ने किया सीएचसी खेकड़ा का औचक निरीक्षण, नहींं मिले प्रभारी व चिकित्सक
••दवाई वितरण रजिस्टर में 2 मई से कोई एंट्री ही नहींं, ••फार्मेसिस्ट का रोका वेतन , जवाब तलब करने के आदेश ••मरीजों के साथ कुशल व्यवहार और बेहतर उपचार दिया जाए
बागपत | नवागत जिलाधिकारी जय प्रताप सिंह द्वारा कार्यदिवस के पहले ही दिन औचक निरीक्षण किए जाने से जीरो टॉलरेंस के मंसूबे हुए जाहिर | वेतन रोकने से लेकर जवाब तलबी तक की कार्यवाही के आदेश दिए जाने से सरकारी महकमों में उपस्थिति और कार्यशैली में सुधार की बढ़ी उम्मीद |
प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की परिकल्पना को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह जनपद का चार्ज लेते ही एक्श
न मोड में नजर आए | उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खेकड़ा में पहुंचकर औचक निरीक्षण किया | इस दौरान जिलाधिकारी के अचानक पहुंच जाने से स्वास्थ्य कर्मियों में जहां हड़कंप मच गया, वहीं सीएचसी पर आए स्वास्थ्य सेवाएं लेने वाले मरीजों में सब कुछ व्यवस्थित होता देख व खाली कुर्सियों पर संबंधित को बैठते देख खुशी की लहर दौड़ गई | इस बीच जिलाधिकारी ने मरीजों से सीएचसी से संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में भी फीडबैक लिया।
जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण में सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों तथा अधिकारियों की उपस्थिति पंजिका चैक की ,जिसमें डॉ अरविंद मलिक चिकित्सा अधिकारी अनुपस्थित मिले जिसके बारे में जिलाधिकारी ने दूरभाष पर मौके पर ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी प्राप्त की | गैर हाजिर मिले चिकित्सकों का जवाब तलब करने के निर्देश भी दिए तथा कहा ,अगर कोई अधिकारी कर्मचारी छुट्टी जाता है ,तो उसकी एप्लीकेशन स्वीकृत होनी चाहिए और अटेंडेंस रजिस्टर में लगी हो ,जिससे पूछताछ करने में किसी तरह की समस्या ना हो |
इसी क्रम में जिलाधिकारी ने दवाई वितरण कक्ष का भी निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने दवाई वितरण रजिस्टर को देखा ,तो उसमें 2 मई के बाद का कोई रिकॉर्ड नहीं मिलने पर फार्मेसिस्ट संजय को कार्यशैली में सुधार करने के कड़े निर्देश दिए और उनका वेतन रोकने व जवाब तलब करने के निर्देश भी दिए | उन्होंने कहा ,अगर जिस कर्मचारी को कार्य नहीं करना है ,तो वह अपनी मंशा अनुरूप बता सकता है ,हम सब का उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना है और आम आदमी को उसका लाभ देना है | कहा कि, स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी ,तो जनपद स्वस्थ होगा | जनपद में ऐसी कोशिश होनी चाहिए कि, मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में ना जाना पड़े । इस अवसर पर एसडीएम खेकड़ा ज्योति शर्मा भी उपस्थित रही।