रालोद ने लोहड्डा गाँव में शोकाकुल दलित परिवारों को बंधाया ढाढस, सरकार से दस - दस की सहायता की मांग

रालोद ने लोहड्डा गाँव में शोकाकुल दलित परिवारों को बंधाया ढाढस, सरकार से दस - दस की सहायता की मांग

••लापरवाह निर्माण एजेंसी, गड्ढों पर बेरिकेटिंग होती ,तो बच जाती दो मासूमों की जान : गठीना

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत |रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद जयंत चौधरी के निर्देश पर पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने लोहड्डा गाँव में जाकर, दो बच्चों के डूबने से हुई मौत पर शोकाकुल परिवारों को ढाढस बंधाया तथा सरकार से आर्थिक सहायता के रूप में शीघ्र ही दस - दस लाख रुपये देने की मांग की |

रालोद के राष्ट्रीय महासचिव सुखबीर सिंह गठीना एवं प्रदेश प्रवक्ता विश्वास चौधरी के नेतृत्व में गाँव लोहड्ड़ा में निर्माणाधीन देहरादून एक्स्प्रेसवे में बरती जा रही लापरवाही के कारण गड्ढों में डूबकर मरे दो बच्चों के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदनाएं प्रकट की | रालोद नेताओं ने बताया कि,दोनों बच्चे बेहद निर्धन परिवारों की भविष्य की उम्मीदें थे , दोनों बच्चों के पिता रिक्शा चालक हैं और दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं | रालोद नेताओं ने शोकाकुल परिवारों से मिलकर अपनी संवेदनाएं प्रकट कर उन्हें आश्वासन दिया कि, शीघ्र ही प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर मृत बच्चों के परिवारों को ₹ 10 लाख के आर्थिक सहायता की मांग करेंगे  और हाईवे अथॉरिटी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिये भी कहेंगे |

रालोद नेताओं ने कहा कि, हाईवे अथॉरिटी ने ,अगर पिलर के लिए बनाए गहरे गड्ढों के चारों ओर बेरीकेटिंग किया होता ,तो यह हादसा नहीं होता और मासूम बच्चों की इस तरह से मौत न होती | कहा कि,इस हादसे की पूर्ण जिम्मेदार दिल्ली - देहरादून हाईवे बनाने वाली कंपनी की है | इस दौरान रालोद कार्यकर्ता राम मेहर सिंह, सत्येंद्र सिंह, मोहम्मद अनीस, नरेश प्रधान आदि उपस्थित रहे |