लक्ष्य को निर्धारित कर ही जीवन में करना चाहिए कामः विनय कुमार तिवारी

जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है केवल संकल्प लेने की जरूरतः अंकित गोयल वीवी इंटर कालेज में रासेयो शिविर का आयोजन, छात्र-छात्राओं ने चलाया स्वच्छता अभियान

लक्ष्य को निर्धारित कर ही जीवन में करना चाहिए कामः विनय कुमार तिवारी
शामली। शहर के वीवी इंटर कालेज में चल रहे रासेयो के विशेष शिविर के तीसरे दिन छात्र-छात्राओं को लक्ष्य को निर्धारित कर जीवन में कार्य करने का आहवान किया गया।


जानकारी के अनुसार शहर के वीवी इंटर कालेज में रासेयो के विशेष शिविर के तीसरे दिन का शुभारंभ सीडीओ विनय कुमार तिवारी, कार्यक्रमाधिकारी डा. अनुराग शर्मा, अमरपाल सिंह, नरेन्द्र शर्मा ने किया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए सीडीओ विनय कुमार तिवारी ने कहा कि लक्ष्य को निर्धारित करके ही व्यक्ति को अपने जीवन में काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि युवावस्था जीवन की सर्वश्रेष्ठ अवस्था है, जिसमें व्यक्ति अपनी उच्च ऊर्जा का इस्तेमाल करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि जीवन में जिस काम को भी करें, उसको पूरे समर्पण और संकल्प के साथ करें, उसमें कोई भी खाना पूर्ति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अपने संस्मरण और अनुभव छात्र-छात्राओं को बताते हुए कहा कि वह स्वयं भी जीवन में राष्ट्रीय सेवा योजना के अनुभव से गुजरे हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना व्यक्तित्व निर्माण का सर्वश्रेष्ठ मंच है और अगर यह मंच छात्र जीवन में मिलता है। तो उसका पूर्ण उपयोग करना चाहिए। शिविर के दूसरे सत्र में व्यापारी नेता अंकित गोयल ने कहा कि जीवन में कोई भी काम सरलता से नहीं होता इसके लिए हम कुछ चुनौतियों को पार करके ही लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है। उन्होंने कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है केवल संकल्प लेने की जरूरत है। कार्यक्रम अधिकारी डा. अनुराग शर्मा ने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ छात्र-छात्राओं की बहु आयामी विकास के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना जैसी मंच अद्भुत है। राष्ट्रीय सेवा योजना जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से व्यक्ति छात्र-छात्राओं में व्यक्तित्व विकास के साथ नेतृत्व की क्षमता पैदा होती है, इससे छात्र छात्राओं के आंतरिक गुणों का विकास होता है। इस मौके पर स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं द्वारा कालेज परिसर में श्रमदान कर सफाई अभियान चलाया गया। इस अवसर पर कीड़ा प्रभारी अमरपाल सिंह, नरेंद्र शर्मा पूर्व प्रधानाचार्य जयदेव कालखंडे, हिमांशु, रेशमा आदि भी मौजूद रहे।