साइबर स्टार पारुल चौधरी तुगाना द्वारा की गई गांवों की कवरेज राजनेताओं सहित वरिष्ठ अधिकारियों की पसंद

साइबर स्टार पारुल चौधरी तुगाना द्वारा की गई गांवों की कवरेज राजनेताओं सहित वरिष्ठ अधिकारियों की पसंद

••ग्रामीण परिवेश का यथार्थ अध्ययन व प्रस्तुति से शोधार्थी भी लाभान्वित 

ब्यूरो डॉ योगेश कौशिक

बड़ौत।तहसील क्षेत्र के तुगाना निवासी सोशल साइबर स्टार एवं विभिन्न जनपदों के गांव का सामाजिक आर्थिक शैक्षिक और सांस्कृतिक अध्ययन करने वाली पारुल चौधरी के सोशल मीडिया पर वरिष्ठ राजनेता, अधिकारी और शोधकर्ता शामिल हैं। 

सरकार सहित शोधार्थियों व योजना बनाने वाले उच्च स्तरीय अधिकारियों के सम्मुख आईना दिखाने का काम करने वाली पारुल चौधरी गांव गांव जाकर अपनी लेखनी, वाणी और कैमरे की आंख से वह सब उजागर करने में दक्ष हैं, जिसे ग्रामीण छुपाना चाहते हैं।
पारुल चौधरी तुगाना की पहचान अपनों को उस समय हुई जब 25 फरवरी को बागपत में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। पारुल चौधरी को यह सम्मान बागपत में राष्ट्रीय ब्राह्मण जागरुक महासंघ एवं मेरी आवाज सुनो जन कल्याण समिति सामाजिक संस्था द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष आरडी शर्मा ने दिया , जिससे पारुल चौधरी के परिजनों ने खुशी जताई । 

साइबर स्टार म्यूजिक गायक पारुल चौधरी ने आज यहां कहा कि,आज महिलाएं किसी भी स्थान पर कम नही हैं।कुश्ती का मैदान हो या निशानेबाजी का मैदान, हर मैदान पर महिलाएं अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। इसी हौसले के साथ गांव-गांव जाकर अपनी कला का प्रदर्शन करना, ग्रामीण समस्याओं को समझना, सुधार के सुझाव आदि के साथ ही शिक्षा,स्वास्थ्य, सुरक्षा, बहुमुखी विकास जैसे मुद्दे जमीन से जुडकर नजदीक से देखें हैं और उन्हें हाई लेवल पर प्रस्तुत किया जा रहा है। 

पारूल चौधरी ने बताया कि, जनपद बागपत के 100 से अधिक गांवों में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर गांव का इतिहास दिखाने में कामयाबी हासिल की जा रही है । ऐसा ही प्रयास शामली जनपद के गांवों में लगातार जारी है। बताया कि शुरू शुरू में मुझमें तथा ग्रामीण महिलाओं व पुरुषों में झिझक लगी, लेकिन अब सभी समझ रहे हैं कि, उद्देश्य सुधारात्मक व रचनात्मक है, इसलिए विभिन्न गांवों से बुलावा और क्षेत्र को नजदीक से देखकर सरकार के सम्मुख सशक्त रिपोर्ट पेश करने की तमन्ना युवाओं से लेकर बुजुर्गों में भी बढी है।