शाहपुर बाणगंगा वन क्षेत्र में माफिया द्वारा हरे पेड़ों के कटान का मामला, दोषी मिलने पर वन रक्षक सस्पेंड
डीएफओ द्वारा गठित टीम ने की अवैध कटान की जांच
संवाददाता मनोज कलीना
बिनौली। बरनावा वन ब्लाक के शाहपुर बाणगंगा गांव के जंगल से वन माफिया द्वारा पचास से अधिक हरे पेड़ काटे जाने की ग्रामीणों द्वारा की गई शिकायत का शासन प्रशासन व वन विभाग के आला अधिकारियों द्वारा लिया गया संज्ञान। शिकायत पर डीएफओ द्वारा गठित टीम ने शुक्रवार को जंगल में जाकर अवैध कटान की जांच की।
बडौत तहसील के अंतर्गत बरनावा वन ब्लाक के शाहपुर बाणगंगा, संतनगर, खपराना, बरनावा सहित
कई गांवों के जंगल में सैकड़ों हेक्टेयर भूमि में वन क्षेत्र है, जिसमे विभिन्न प्रजातियों के पेड़ लगे हैं। माफिया इन गांवों के वन से स्थानीय वन कर्मियों व पुलिस से मिलीभगत करके हरे पेडों का धडल्ले से कटान करते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला शाहपुर बाणगंगा के वन क्षेत्र में सामने आया है। जहां पिछले चार माह पूर्व माफिया ने जूली फ्लोरा व बबूल के करीब 80 हरे पेड़ काट लिए थे। उस समय कुछ ग्रामीणों ने शिकायत की, तो वन रेंजर बडौत ने तीन पेड़ों के कटने का केस दर्ज करने की कार्रवाई कर दी थी। इससे क्षुब्ध ग्रामीणों ने डीएम से मिलकर उन्हे एक लिखित शिकायती पत्र के साथ काटे गए पेड़ो के चित्र भी संलग्न कर दिए थे। इसके अलावा सीएम पोर्टल व वन विभाग के आला अधिकारियों को शिकायत भी कर दी थी ,जिससे वन विभाग में हडकंप मच गया था।
अवैध कटान की शिकायत के मामले में डीएफओ ने प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर वन रक्षक मोहित को सस्पेंड कर दिया तथा एक जांच टीम गठित कर दी। एसडीओ मेरठ अंशु चावला के नेतृत्व में जांच टीम शाहपुर बाणगंगा वन क्षेत्र में पहुंची। जहां ग्रामीणों ने काटे गए सभी पेडों के ठूंठ अधिकारियों को दिखाए तथा बडौत रेंजर पर भी सूचना के बाद भी कोई कार्रवाई नही करने के आरोप लगाए। इस दौरान आरओ मेरठ ,वन दरोगा मनोज कुमार, वन रक्षक संजय कुमार, महेंद्र, मोहित, धर्मपाल, सतेंद्र, राजेंद्र, लीलु, रघुनंदन आदि मौजूद रहे।
क्या बोले डीएफओ मेरठ राजेश कुमार
वन क्षेत्र में पेड़ों के कटान की शिकायत मिली थी। जांच में वन रक्षक मोहित चौधरी की लापरवाही सामने आई है। जिसके चलते उसे निलंबित किया गया है। अभी प्रकरण की विभागीय जांच कराई जा रही है।