बंदियों के बनाए दीयों से जगमग होगी जिला जेल,जेल बंदी बना रहे है दीवाली के दिए मोमबत्ती भी

बंदियों के बनाए दीयों से जगमग होगी जिला जेल,जेल बंदी बना रहे है दीवाली के दिए मोमबत्ती भी

संवाददाता शशि धामा

खेकड़ा ।दीपावली पर जेल के बंदियों के द्वारा तैयार मोमबत्ती और दीपक, जिला कारागार को जगमग करेंगे । त्यौहार नजदीक आते ही जिला जेल में बंदी मोमबत्ती और दीए बनाने में तेजी से जुटे हुए हैं।

बता दें कि, बागपत जिला जेल अब्दुलपुर गांव के जंगल में है। वर्ष 2016 में शुरू हुई इस जेल में फिलहाल 700 से अधिक बंदी हैं, जिन्हें जेल प्रशासन द्वारा कौशल विकास कार्यक्रम के तहत कुशल कारीगिरी में दक्ष किया जा रहा है।इसी के चलते प्रशिक्षित बंदी जेल में मोमबत्ती और दीए बनाने में जुटे हुए हैं। वे रोजाना सैकड़ों दीए और सैकड़ों मोमबत्ती बना रहे हैं। जेल प्रशासन इसके लिए उन्हें मोम और मिट्टी उपलब्ध करा रहा है। 

जेलर जितेन्द्र कश्यप ने बताया कि, बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बंदियों को कार्य सिखाए जा रहे हैं। साथ ही दीपावली के अवसर को ध्यान में रखते हुए जेल में बंदियों द्वारा मिट्टी के दीयों को बनाने का कार्य भी किया जा रहा है, जिससे दीपावली मिट्टी के दीयों से जगमग होगी। मोम से बने कैंडल को भी जेल में बंदी बना रहे हैं। जेल में बने कैंडल के पैकेट के हिसाब से अलग-अलग रेट भी तय किए गए हैं। बंदियों द्वारा बनाए जाने वाले दीए और मोमबत्ती से दीपावली पर जिला कारागार रौशन होगी। इसके अलावा जनपद के सरकारी भवनों के लिए भी दीए व मोमबत्ती सप्लाई किए जाएगें। बंदी अपनी दक्षता से खुश हैं। जेल से छूटने पर उन्होंने इसे रोजगार के रूप में अपनाने का संकल्प भी लिया है।