परली जलाने से कीट मित्रों व‌ पर्यावरण को हानि, बेलर से इकट्ठा करें आय बढाएं, प्रदूषण से मुक्ति पाएं

परली जलाने से कीट मित्रों व‌ पर्यावरण को हानि, बेलर से इकट्ठा करें आय बढाएं, प्रदूषण से मुक्ति पाएं

••प्रगतिशील किसान धर्मेंद्र के खेत में पहुंच कर जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण

••कृषि यंत्रीकरण योजना के अंतर्गत किसानों को 50% अनुदान

ब्यूरो डॉ योगेश‌ कौशिक

बडौत ।जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज गांव बावली में प्रगतिशील किसान धर्मेंद्र के खेत में परली के प्रबंधन और पर्यावरण को नुकसान ना हो , इसके लिए बेलर से गन्ने की पत्ती को एकत्रित किये जाने का मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया और किसानों का हौसला बढ़ाया।

परली प्रबंधन के लिए पर्यावरण को नुकसान ना हो, इसके क्रम में धर्मेंद्र तोमर व धर्मेंद्र प्रधान ने अपने बावली गाँव के खेतों में बेलर चलाते हैं ,जो गन्ने की पत्ती को एकत्रित करने का कार्य करता है । बताया कि,पत्ती को जलाने से भूमि के मित्र किट नष्ट हो जाते हैं, भूमि के मित्र कीटों को बचाए जाने के लिए और पर्यावरण को नुकसान ना हो इसके लिए ही बेलर की विधि का उपयोग किया गया है ,जो पत्तियों का 25 किलो का बंडलीकरण करती है।मशीन प्रति घंटा एक एकड़ में कार्य कर सकती है । इन मंडलीकरण को मेरठ व सिकंदराबाद के लिए भेजा जाता है। 

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने बताया कि,कृषि यंत्रीकारण योजना के अंतर्गत परली गन्ने की पत्ती को एकत्रित करने के लिए कृषक बंधु सुपरसीडर, बेलर , मल्चर, रिवर्स सेबुल आदि कृषि यंत्र प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कृषि विभाग की योजना मे 50% अनुदान पर खरीद सकते हैं ,जिसमें उन्हें योजना के अंतर्गत अपना पंजीकरण करना होगा उसके बाद उन्हें टोकन जनरेट होगा टोकन के बाद वह अपने किसी भी स्थान से कृषि यंत्र खरीद सकते हैं । यह योजना पहले आओ पहले पाओ के आधार पर संचालित रहती है।