आजीविका एवं उद्यम विकास कार्यक्रम के तहत चतुर्थ व पंचम बैच के प्रशिक्षण शुरू
संवाददाता नीतीश कौशिक
बागपत।स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दूध का संवर्धन कर अपनी आय में वृद्धि करेंगी जो उनकी आजीवका का साधन बनेगा। प्रशिक्षण शिविर में प्रेक्टिकल के माध्यम से महिलाओं को ,मानाकों को ध्यान में रखते हुए गुणवत्तापूर्ण उत्पाद बनाना सिखाया जाएगा। साथ ही पशुओं से अच्छा और अधिक दूध कैसे प्राप्त करें व उनकी देखवाल कैसे करें ,इससे संबंधित जानकरी भी दी जाएगी।
बताया गया कि,प्रशिक्षण के बाद जो समूह काम करना चाहते हैं, उनको सरकारी योजनाओं के साथ जोड़ कर छोटे छोटे यूनिट लगवाने में भी आयुर्वेट रिसर्च फाउंडेशन व नाबार्ड से पूरा सहयोग कराया जाएगा। प्रशिक्षण में एक दिवसीय नेशनल फूड एंड टेक्नोलॉजी इस्टीट्यूट, सोनीपत का भ्रमण भी कराया जायेगा, जिससे वहां से मशीनों के उपयोग के साथ साथ फूड सेफ्टी के मानकों को पूरा करने से सम्बन्धित जानकारी मिलेगी।
दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन बाबली गांव में किया गया, जिसमे आसफपुर खड़खड़ी एवम् अन्य गांव की महिलाएं शामिल रही। प्रशिक्षण का उद्घाटन नावार्ड के देवेंद्र श्रीवास्तव द्वारा किया गाया ,जिसमे अग्रणी जिला प्रवन्धक राजेश पंत , आयुर्वेट से प्रधान वैज्ञानिक डॉ पुनीत पाठक, कृष्णा गोपाल, धर्मेन्द्र कुमार आदि भी उपस्थित रहे।