लहचौडा का स्कूल बना आवारा  प्रवृत्ति लोगों और पशुओं का अड्डा , स्कूल के बच्चे रहते हैं भयभीत , ग्राम प्रधान ने की शिकायत

लहचौडा का स्कूल बना आवारा  प्रवृत्ति लोगों और पशुओं का अड्डा , स्कूल के बच्चे रहते हैं भयभीत , ग्राम प्रधान ने की शिकायत

संवाददाता शमशाद

चांदीनगर। लहचौडा गांव संविलियन विद्यालय जर्जर होने के कारण खतरा बना हुआ है, साथ ही हाईटेंशन लाईन भी विद्यालय के उपर से गुजर रही है, ग्राम प्रधान ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की है।

लहचौडा गांव का संविलियन स्कूल ईपीई के नजदीक बना है | उस समय जब ईपीई का निर्माण किया गया था, तो स्कूल के भवन का कुछ हिस्सा ईपीई मे चला गया ,बाकी हिस्से में बने कमरें जर्जर और आवारा प्रवृत्ति के लोगो का अड्डा बने हुए हैं,जहां शराब की खाली बोतल पडी रहती हैं,वहीं उसके बराबर मे संविलियन विद्यालय में ही उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को भी पढाया जा रहा है, वह विद्यालय भी जर्जर हो चुका है | स्थिति यह है कि, सर्दी में भी बच्चों को बाहर बैठाया जा रहा है,किचन जर्जर हो चुकी है,छत जर्जर हो चुकी है |वहीं स्कूल में बाऊड्री न होने के कारण आवारा पशु और आवारा तत्व घुस आते हैं,जिससे टीचर और बच्चे भयभीत रहते हैं |

बताया कि,बरसात में विद्यालय तालाब मे तब्दील हो जाता है |ग्रामीण और ग्राम प्रधान उच्च अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नही हो पाया है | ग्राम प्रधान प्रदीप शर्मा ने बताया कि उच्च अधिकारियों से शिकायत की गयी है,उसके बाद भी कोई समाधान नही हो पाया है।