गन्नाा क्रय केंद्र पर हो रही घाटोली से किसानो का हो रहा नुकसान आर्थिक स्थिति से किसान परेशान
ब्यूरो इसरार अंसारी
मवाना शुक्रवार को बहसूमा थाना क्षेत्र से सह संवाददाता मोबिन सलमानी के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार। क्षेत्र में लगे शुगर मिलो के गन्ना क्रय केंद्रों पर घटतोली हो रही हैं। जिससे किसानों को आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। गन्ना केंद्रों पर बैठे तो लिपिक किसानों की घटतोली कर चांदी काट रहे हैं। मिल के अधिकारियों को पता होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं। जिससे केंद्रों के संचालक घटतोली बैखोफ होकर कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि यदि तो लिपिक बाबूओ द्वारा घटतोली को बंद नहीं किया गया तो वह मिल के गेट पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेंगे। बताते चलें कि किसान अपना गन्ना लेकर क्षेत्र में बने गन्ना क्रय केंद्रों पर गन्ना आपूर्ति कर रहे हैं। लेकिन किसान पहले दूसरे कांटे पर गन्ने की तौल करा कर ले जाते हैं। लेकिन मिल पर बैठे गन्ना क्रय केंद्रों केंद्रों तोल लिपिक बाबूओ उस पर्ची को नहीं मान रहे हैं और मिल के बने कांटे से तोल मान रहे हैं। लेकिन तोल के समय घटतोली कर रहे हैं। जिससे किसानों को आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। किसान नेता अरविंद चौधरी, लोकेश सिरोही, पूर्व प्रधान देवेंद्र सिंह, प्रधान इंतजार देशवाल, हरेंद्र सिंह, प्रदीप कुमार, परविंदर जैन, अनिल शर्मा, नरेश देशवाल, नरेश सिरोही, मंगलचंद आदि ने बताया कि बहसूमा थाना क्षेत्र के आधा दर्जन गांव में टिकोला शुगर मिल का गन्ना क्रय केंद्र लगे हुए हैं। जिसमें तोल लिपिक बाबू गन्ना तुलाई के समय घटतोली कर रहे हैं। जिससे किसानों को आर्थिक हानि हो रही है। किसानों का कहना है कि यदि गन्ना केंद्रों पर तैनात तोल लिपिक बाबू घटतोली को बंद नहीं किया गया तो वह मिल के गेट पर अधिकारियों का घेराव कर धरना प्रदर्शन करेंगे।
क्या कहते हैं जीएम टिकौला मिल
टिकौला शुगर मिल के जीएम साइम अंसार ने कहा कि मिल गेट व गन्ना क्रय केंद्र पर कोई घटतौली नही हो रही है। कुछ किसान अपना कार्य करने को पूरा कराने का दबाव बना रहे हैं। किसानो द्वारा लगाये आरोप गलत है। कुछ तोल बाबूओ को घटतोली की शिकायत पर हटा दिये गये थे। वह भी किसानो को भ्रमित कर रहे हैं। यदि कोई शिकायत आती है तो कार्यवाही की जाएगी।