बहसूमा के विभिन्न स्कूलों में मनाई गई आजाद हिंद फौज के जनक सुभाष चंद्र बोस की जयंती।

बहसूमा के विभिन्न स्कूलों में मनाई गई आजाद हिंद फौज के जनक सुभाष चंद्र बोस की जयंती।

परविंदर कुमार

 बहसूमा नगर व क्षेत्र में विभिन्न स्कूलों में सुभाषचंद्र बोस की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई इस अवसर पर स्कूलों में बच्चों के द्वारा श्रंखला एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पांजलि कर उनके पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया गया इस अवसर पर एक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। जिसमें छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। डीपीएम सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल बहसूमा में सुभाषचंद्र बोस की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। विद्यालय सचिव जगदीश त्यागी व प्रधानाचार्य जिया जैदी ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर नमन किया। इस अवसर पर सचिव ने अपने वक्तव्य में कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे बड़े नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आज 126वीं जयंती है। पूरा देश इस दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाता है। "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा- जय हिंद" जैसे कई नारों से देश की आजादी की लड़ाई में नई ऊर्जा भरने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था। नेताजी की जिंदगी और उन का देश के लिए त्याग युवाओं के लिए आज भी प्रेरणादायक है। इस अवसर पर विद्यालय कोऑर्डिनेटर अनुज त्यागी, मंजू तोमर, गुलाब सिंह, मुकुल त्यागी, तनवीर अहमद, अलका गुप्ता, अमित गौतम, विशाल आदि अध्यापक मौजूद रहे। वही दुसरी और कस्बा रामराज में स्थित डीमोंटफोर्ट एकेडमी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई। जिसमें छात्रों द्वारा श्रृंखला बनाई गई। जिसमें प्रधानाचार्य डॉक्टर समीर वर्मा ने सभी छात्र छात्राओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बारे में विस्तार से बताया। उपप्रधानाचार्य नीना पांडे बच्चों को सड़क सुरक्षा के बारे में जानकारी देते हुए शपथ दिलाई बच्चों ने बैनर का पोस्टर के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा के मद्देनजर रखते हुए जागरूक किया गया इस मौके पर सभी शिक्षक मौजूद रहे। और नेता जी के चित्र पर पुष्पांजलि कर उनके पद चिन्हों पर चलने का आह्वान किया गया।