शामली। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को केन्द्र सरकार पर विपक्षी नेताओं को मुकदमें में फंसाकर दुश्मन जैसा व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा राष्ट्रपति से भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्थाओं को बचाने के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की। जानकारी के अनुसार सोमवार को कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मौजूदा केन्द्र सरकार पर विपक्षी नेताओं से दुश्मन जैसा व्यवहार व उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा। ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि हाल के वर्षो में देखने में आ रहा है कि मौजूदा केन्द्र सरकार का रवैया लगातार अलोकतांत्रिक होता जा रहा है। लोकतंत्र में आलोचना और जनहित के मुद्दे उठाना अति आवश्यक स्तम्भ माने जाते हैं लेकिन मौजूदा केन्द्र सरकार को आलोचना बिल्कुल नामंजूर हो चुकी है। विपक्षी नेताओं के साथ दुश्मन जैसा व्यवहार करना और अधिकतर मौके पर विपक्षी नेताओं को देशद्रोही और अन्य भद्दी संज्ञा देना सरकार के प्रवक्ताओं की आदत बन चुकी है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के बडे नेताओं को मुकदमें में फंसाना और प्रताडित करना ब्रिटिश हुकूमत के समय राष्ट्रवादियों पर हुए जुल्मों की याद को ताजा करने वाला है। रोज किसी न किसी नेता के खिलाफ कोई न कोई षडयंत्र करना आम बात हो गयी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शीर्ष नेता तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरु और उनके बाद उनके परिवार से जैसे एक निजी दुश्मनी निकलना सरकार का मुख्य एजेंडा बन गया है। उन्होंने राष्ट्रपति से भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्थाओं को बचाने के लिए निर्देश जारी करने की भी मांग की। इस मौके पर वैभव गर्ग, राजेश कश्यप, धर्मवीर शांडिल्य, विक्रम, सोमदेव, पुनीत शर्मा, उदय शर्मा, ओमपाल, ओमवीर उपाध्याय, शेखरपाल, संदीप शर्मा, सुरेन्द्र सरोहा, ज्योति प्रसाद, डा. श्रीपाल सिंह, ठा. लाखन सिंह, श्रीराम शर्मा, अमित डिम्पल, दीपक शर्मा, विनोद अत्री, सतपाल आदि भी मौजूद रहे।