वरासत में नाम दर्ज करने वाले लेखपाल निलंबित , जिलाधिकारी ने तुरंत कराया खतौनी में नाम दर्ज

वरासत में नाम दर्ज करने वाले लेखपाल निलंबित , जिलाधिकारी ने तुरंत कराया खतौनी में नाम दर्ज

संवाददाता नीतीश कौशिक

बडौत।वरासत में नाम दर्ज न करने पर तितरोदा के लेखपाल रामपाल यादव  निलंबित। मृतक के परिजनों का जिलाधिकारी ने वरासत के आधार पर खतौनी में मौके पर कराया नाम दर्ज। वहीं वरासत की खतौनी पाकर महिला हुई खुश तथा जिलाधिकारी का जताया आभार। जिलाधिकारी ने चेतावनी भी दी है कि वारिसान का नाम समय से दर्ज नहीं करने वाले वाले लेखपालों को बख्शा नहीं जाएगा। 

 बता दें कि  प्रदेश सरकार के मुख्य कार्यक्रम निर्विवाद वरासत खतौनी दर्ज  अभियान कार्यक्रम जनपद में चलाया गया था ,जिसके अंतर्गत भी तितरोदा के लेखपाल रामपाल यादव ने मृतक के परिजनों का वरासत में नाम दर्ज नहीं किया था, जिसको लेकर मृतक श्रीराम की पत्नी विद्या देवी काफी समय से परेशान थी। वज्ञ तहसील संपूर्ण समाधान दिवस बड़ौत में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के समक्ष पहुंची ,जहां प्रकरण को देखकर जिलाधिकारी ने लेखपाल के कार्यों के प्रति लापरवाही को देखते हुए तत्काल एसडीएम बड़ौत सुभाष कुमार को निलंबित करने के आदेश दिए । वहीं मृतकों के परिजनों के वरासत के आधार पर नाम खतौनी में दर्ज नहीं होने पर जिलाधिकारी ने संबंधित तहसील से भी नाराजगी व्यक्त की। 

मृतक श्री राम की पत्नी विद्या देवी के प्रार्थना पत्र का तहसील संपूर्ण समाधान दिवस में संज्ञान लिया गया और तत्काल वरसात खतौनी में चढ़ावा दी गई । मृतक श्री राम की पत्नी विद्या देवी को अपना नाम खतौनी में दर्ज देखकर  वह अत्यंत प्रसन्न हुई और जिलाधिकारी का आभार व्यक्त किया।
जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग की टीम को सख्त निर्देश दिए हैं कि, निर्विवाद स्थिति में मृतक के परिजन का नाम खतौनी में 13 दिन के अंदर दर्ज हो जाना चाहिए, जिससे किसी को खतौनी का नाम चढ़ाए जाने के लिए परेशान नहीं होना पड़े ।