न मस्जिद की ख्वाहिश है ना शिवालों की जरूरत है ,अंधेरी जिन्दगी को बस उजालों की जरूरत है

न मस्जिद की ख्वाहिश है ना शिवालों की जरूरत है ,अंधेरी जिन्दगी को बस उजालों की जरूरत है

डिवाइन ग्लोबल एकेडमी में दीपावली मिलन पर कवि सम्मेलन का आगाज

संवाददाता आशीष चंद्रमौली

बडौत | दीपावली पर्व की श्रृंखला की कड़ी में नगर के डिवाइन ग्लोबल एकेडमी में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का शुभारंभ  मुख्य अतिथि भाजपा नेता व नगर पालिका परिषद् के अध्यक्ष पद के भावी प्रत्याशी दीपक शर्मा और एकेडमी के प्राचार्य केके त्यागी ने माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया।

कवि सम्मेलन में काव्य पाठ करते हुए कवि अमन जैन ने कहा कि,पुण्य कृत्यों के कभी बुरे अंजाम नहीं हो सकते हैं, महापुरुष हजारों हैं, लेकिन सब राम नहीं हो सकते हैं। कवि सुलतान सिंह सुलतान ने कहा, नाम वालों को तो सभी करते यहाँ प्रणाम, असंख्य अनगिनत अनाम को मेरा शत शत प्रणाम है। कवि योगेश समदर्श ने कहा ,आंगन ये तुलसी के पौधे बिन सूना सूना, घर की तो शोभा पौधे कांटेदार हो गए। कवि निखिल मन ने कहा, न मस्जिद की ख्वाहिश ना शिवालों की ज़रूरत है,अंधेरी ज़िंदगी को बस उजालों की ज़रूरत है , न जाने क्यूँ सियासत को समझ इतना नहींं आता, कि भूखे पेट को बस निवालों की ज़रूरत है। 

कवयित्री रजनी चौहान ने कहा, 
मोहब्बत के बिना इंसान क्या, भगवान ही क्या ,अगर राधा नहींं होती ,तो फिर घनश्याम होते क्या। कवि सम्मेलन का संचालन कवि निखिल मन ने और अध्यक्षता सुरेंद्र शर्मा ने की।

 इस अवसर पर प्रबन्धक दिनेश शर्मा, ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष महेंद्र दत्त शर्मा, सुभाष शर्मा, राजकुमार आर्य, प्रभात सिंह, कालीचरण शर्मा, विनीत शर्मा, गौरव आदि मौजूद थे।