पम्प आपरेटरों को दिया गया प्रशिक्षण एवं माधौगढ में किया गया समापन
माधौगढ़ जालौन ब्लाक की 57ग्राम पंचायतों के पंप आपरेटरों को एमिनेंस एनोवेटिव स्किल एजूकेशन प्राईवेट लिमिटेड भोपाल मध्य प्रदेश के तत्वावधान में मंडल अध्यक्ष भाजपा शत्रुघन सिन्ह सेंगर की अध्यक्षता एवं एडीओ पंचायत छेदा लाल दोहरे के मुख्य आतिथ्य एवं विनय प्रताप सिंह राजावत प्रधान संगठन अध्यक्ष के विशिष्ट आतिथ्य में प्रशिक्षण दिया गया। पानी को वापस जाने से रोकने के लिए चेक वाल्व का प्रयोग होता है ।द्रवचालित दाब वाले प्रेशर टाइप ब्लेड पंप के रोटर पर कॉपर ब्लेड प्रयोग होता है
मिट्टी के अंदर का सिवेज संपीडित वायु द्वारा उठाया जाता है।
स्टीम पिस्टन में कार्बन स्टील पैकिंग प्रयोग करते हैं।ऊंचाई पर पानी उठाने वाले पंप को रेसिप्रोकेटिंग पंप कहते हैं। सेंट्रीफ्यूगल पंप का सिद्धांत तरल पदार्थ पर सेंट्रीफ्यूगल दाब देनाहै
कंप्रेसर सिलेंडर वायुदाब सिद्धांत पर कार्य करता है।सोल्डरिंग कार्ड लेड और टिन का मिश्रण है. मुख्य रूप से प्लंबर द्वारा प्रयोग किए जाने वाला रिंच पाइप रिंच
है। पाइप के ऊपर चूड़ी काटने के लिए पाइप डाई और स्टॉक डाई का प्रयोग करते हैं।पाइप के ऊपर बाहरी चूड़ी को स्टोक और डाई से बनाते हैं। जल पूर्ति लाइन से 1 मीटर ऊंचाई पर वाटर मीटर लगाया जाताहै।रेसिप्रोकेटिंग टाइप पंप वाल्वसेट आधार पर कार्य करता है। 200mm व्यास के जोड़ पर रिसाव को ग्लैंड के द्वारा बंद करते हैं।पाइप लाइन की आवश्यकता अनुसार दिशा बदलने के लिएएल्बो का प्रयोग करते हैंसाधारणता अपशिष्ट पाइप सी. आई. प्रदार्थ का बना होता है 50 मीटर ऊंचाई तक पानी उठाने के लिए बहूस्तरीय समर्सिबल
पंप प्रयोग होता है।
पंप के सामान्य कार्य दाम से अधिक 50% दाब पर रिलीफगर्म जल पूर्ति के लिए 30 लीटर न्यूनतम क्षमता के सिलेंडर काप्रयोग होता है।ज्यादातर वेंट पाइप साधारणता 25 MM आकार का होता है।
चैन रिंच का प्रयोग 50 mm से ज्यादा व्यास के पाइप कोपकड़ने के लिए किया जाता है।प्रतिरोध मापने की मौलिक इकाई ओम है।
रेलवे इंजन में वैक्यूम टाइप प्रकार का पंप प्रयोग होता है।पीजो विद्युत प्रभाव पर आधारित एक मापने का उपकरण थर्मोकपल मीटर कहलाता है।ए. एम.आई. मीटर का इस्तेमाल डीसी और एसी मापन में किया जाता है।कई स्टेज वाले पंप को मल्टी स्टेज पंप कहते है। हाइड्रोलिक से फ्लूड इन मोशन समझा जाता है। इम्पेलर को एक दिशा में द्रवचालित संतुलन करने को अक्षीय कहते हैं । सभी पंप तरल तेल की सहायता से कार्य करते है। एक रोटरी पंप में बाहरी स्पर गियर प्रयोग होता है।पाइप को 90 डिग्री पर मोड़ने के लिए एलबो प्रयुक्त होता है।
विब कॉक पीतल धातु का बना होता है। 150 डिग्री सेल्सियस तापमान से अधिक गर्म पानी के लिए इम्पेलर कास्ट स्टील का बना होता है।रेसिप्रोकेटिंग पंप हरात्मक चाल देता है।पंप बॉडी को आपस में जोड़ने के लिए फ्लेंज का प्रयोग करते है भारत में एसी आपूर्ति की मानक आवर्ती 50 हर्ट्ज होती है। तेल का मोटा होने के कारण से रोटरी पंप कार्य करना बंद कर देता है।नॉजल के अपसारी भाग में शोक इफेक्ट अनुभव किया जाता है।इस मौके पर सुरेश सिंह सत्येन्द्र सिंह अजीत सिंह नरोत्तम सिंह अंकित सिंह नीरज कुमार श्रीवास प्रधान मडोरी रविन्द्र सिंह गुर्जर प्रधान रसूल पुर प्रवेश कुमार प्रधान प्रतिनिधि राजपुरा नाहर सिंह प्रधान गोहनी रामकुमार प्रधान कुंडउ अय्यूब खान प्रधान जैतपुरा आलोक कुमार प्रधान प्रतिनिधि सहित अन्य लोग मौजूद रहे।