जिला कारागार पहुँचे कारागार मंत्री,निरुद्ध बंदियों से किया संवाद
महेन्द्र राज (मण्डल प्रभारी)
उत्तर प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने शुक्रवार को उन्नाव जिला जेल पहुंचकर निरीक्षण किया है।निरीक्षण के दौरान जेल के अंदर उन्होंने हनुमान चालीसा,सुंदरकांड की पुस्तकें भेंट कीं।ठंड को देखते हुए उनके द्वारा कंबल वितरण भी किया गया।उन्होंने कैदियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं को समझा। कुछ कैदी ऐसे भी हैं जिनके परिजन उनसे मिलने नहीं आते हैं। उनके लिए व्यवस्थाएं कराई गई हैं।उन्होंने कहा कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के जेलों में सजीव दिखाया जाएगा ताकि इस अवसर के साक्षी जेल में बंद कैदी भी बनें।शीत ऋतु के मद्देनज़र कारागार मंत्री बोले कि सर्दी के इस मौसम में प्रदेश की लगभग हर जेल में ऐसे 100-200 कैदी जिनसे उनके परिजन मिलने नहीं आते हैं।ऐसे कैदियों के लिए विशेष रूप से अभियान चलाकर उनको गर्म कपड़े दिऐ जा रहे हैं।उन्नाव में भी कुछ बंदी ऐसे हैं जिनसे कोई मिलने नहीं आता है उनको भी कंबल वितरण किया गया है।हर जेल में सुंदरकांड और हनुमान चालीसा पुस्तक को भी वितरित किया जा रहा है।इसके पीछे का राज यह है कि जेल में जो कैदी हैं उनके पास बाहर का कोई संवाद या चर्चा नहीं होती है न ही कोई काम होता है।बंदी आपस में ही एक दूसरे के केस की चर्चा करते हैं।परिण़ामतः 10-15 साल (सजायाफ्ता काल) मे इस पर चर्चा करते रहने के कारण़ न्यायालय से बाहर जाते ही उससे प्रेरित हो कर उनसे दूसरी गलती हो जाती है अतः उस चर्चा से बचाने के लिए मैं सुंदरकांड का वितरण करता हूं।नियमित सुंदरकांड करने वाले व्यक्ति को डेढ़ घंटा लगता है।नए व्यक्ति को 2 घंटे से ज्यादा लगेंगे।अध्यात्म की ओर दिमाग जाएगा तो कम से कम वह गलत चर्चाओं से बचेगा। अपराध की चर्चाओं से भी बचेगा।यही उनका प्रयास है।