चित्रकूट: परिक्रमा मार्ग के विकास के लिए डीएम का स्थलीय निरीक्षण, नए प्रस्तावों पर दिया जोर
चित्रकूट, 19 नवंबर: जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने मंगलवार को परिक्रमा मार्ग के सौंदर्यीकरण एवं विकास को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर मार्ग के समग्र विकास के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि परिक्रमा मार्ग का विकास पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा, इसके लिए विद्युत पोल बॉक्स शिफ्टिंग, पाइपलाइन शिफ्टिंग, मार्ग का चौड़ीकरण, सफाई और अतिक्रमण हटाने जैसी कार्य योजनाओं का प्राक्कलन शीघ्र तैयार किया जाए। उन्होंने उपजिलाधिकारी कर्वी से कहा कि वन विभाग के सहयोग से पूरे परिक्रमा मार्ग का सीमांकन किया जाए और अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाए।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि जिन दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने अतिक्रमण किया है, उनके खिलाफ जुर्माना वसूली की प्रक्रिया शुरू की जाए। उन्होंने शौचालयों के निर्माण, सीता कुंड के सौंदर्यीकरण और विपणन केंद्र के तालाब का सौंदर्यीकरण करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया।
डीएम ने क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिया कि परिक्रमा मार्ग में शौचालयों के संचालन के लिए बोर्ड लगाए जाएं और रामायण दर्शन की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए वन विभाग से संपर्क कर रास्ते की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही उन्होंने मंदिरों और अखाड़ों के सौंदर्यीकरण के लिए आर्किटेक्ट से डिजाइन तैयार कराने को कहा, ताकि धार्मिक स्थल और क्षेत्रीय गलियां आकर्षक और दर्शनीय बन सकें।
स्थलीय निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी कर्वी पूजा साहू, पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी लालजी यादव और अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने कहा कि इन कार्यों को शीघ्रता से पूरा कर परिक्रमा मार्ग को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।