हस्तिनापुर राज्य आन्दोलन के संस्थापक ने पश्चिम उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग
शामली। पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग प्रदेश बनाने की मांग करते हुए हस्तिनापुर राज्य आन्दोलन की शुरूआत करते हुए कमेटी का गठन किया गया। आन्दोलन के संस्थापक 12 बिन्दुओं पर आन्दोलन करेगे।
गुरूवार को मौहल्ला दयानंदनगर में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए हस्तिनापुर राज्य आन्दोलन के संस्थापक प्रोफेसर योगेश कश्यप ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को शामिल कर हस्तिनापुर राज्य के गठन के लिए आन्दोलन किया जायेगा। जिसका क्षेत्रफल 74 हजार वर्ग किलोमीटर तथा राजधानी व हाईकोर्ट मेरठ होगा। हस्तिनापुर गठन से पहले ही मेरठ में हाईकोर्ट बैंच की स्थापना के लिए सडक से संसद तक संघर्ष किया जायेगा। तत्कालीन सांसद हुकुम सिंह की अध्यक्षता में गठित सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट को लागू करने के लिए संघर्ष करेगे। जस्टिस रोहिणी आयोग की रिपोर्ट लागू करने, पिछले वर्ग कश्यप, निषाद, राजभर एवं प्रजापति जातियों को अनुसूचित जाति का लाभ दिलाने, कर्पूरी ठाकुर आरक्षण फार्मूला लागू करने, अमृत सरोवर योजना से बर्बाद मत्स्य पालकों को मुआवजा दिलाने, कर्जदार हुए लोगों को कर्जमुक्त कराने, शामली कैराना क्षेत्र के गुड उत्पादकों का जीआई टैंग के लिए पंजीकरण कराने, खांड के लिए अभियान चलाकर लोकप्रिय बनाने, कोल्हू के लिए सीजनल विद्युत कनेक्शन कृषि के समान दिलाने, गुड, खांड उत्पादकों के परम्परागत उद्योग धंधों में लगे कारीगरों का दूसरे राज्यों से पलायन से रोकने के लिए आन्दोलन किया जायेगा। इस अवसर पर पंकज शर्मा, विनोद मलिक, राजेश कश्यप, महेन्द्र सिंह, रामकिशोर आदि मौजूद रहे।