मिट्टी से भरे ट्रैक्टर ट्राली ने ने युवक को कुचला युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत।

ठेकेदार सेटिंग करनी में जुगत में लगे पूर्व में भी ले चुके है जान

मिट्टी से भरे ट्रैक्टर ट्राली ने ने युवक को कुचला युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत।

मिट्टी से भरे ट्रैक्टर ट्राली ने ने युवक को कुचला युवक की मौके पर ही दर्दनाक मौत।

 एक हायर सेंटर रेफर

थाना भवन

रविवार की रात मिट्टी से भरे ट्रैक्टर ट्राली ने टेम्पो को टक्कर मार दी। टेम्पो में बैठे 3 लोग घायल हो गए। जिनमे से एक की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। एक को गम्भीर हालात के चलते हायर सेंटर रेफर किया।थाना भवन क्षेत्र में अवैध मिट्टी के खनन का कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है।दिन रात सड़को पर तेज़ गति से दौड़ते मिट्टी से भरे टैक्टर ट्राली नज़र आते रहते है। ट्रैक्टर चालको में उनका चक्कर ना कट जाए इसलिए होड़ लगी रहती है।जिस कारण लोड से भरे ट्रेक्टर ट्राली को भी बहुत तेज़ी के साथ चलाते है अगर कोई उनके सामने आजाये यो जल्दी से उनके ब्रेक भी नही लग पाते।क्षेत्र में कईं लोग इन्ही ट्रेक्टर ट्रालियों से कुचल का मारे गए है।इनसे दुर्घटनाए होती रहती है।लेकिन दुर्घटना होने के बाद ये कुछ कुछ दिन तक ये अंडर ग्राउंड हो जाते है। लेकिन कुछ ही दिनों के बाद अधिकारियों सेटिंग कर फिर से ये अवैध खनन का काम चालू कर देते है। और सेटिंग का खेल इतना बड़ा होता है की खनन करने वाले किसी भी ट्रैक्टर पर नो नही होता जिस ट्रैक्टर से हादसा होता है उसको बदलने में आसानी हो ऐसी साठ गांठ की अधिकारी भी करवाही ना कर सके , इस मामले में कोई भी अधिकारी कोई करवाही नही करते ना तो परिवहन विभाग कोई संज्ञान लेता ना पुलिस ऐसे चल रहे वाहनों पर शिकंजा कसती है । जब दुर्घटना हो जाती है तो ट्रैक्टर बदलकर अपनी जान बचा लेते है । पूर्व में भी भाजपा नेता की खनन माफियाओं ने कुचल दिया था जिसकी मौके पर ही मौत हो गई थी , कुछ दिन पर्व एक बालक को भी मिट्टी खनन करने वाले ट्रैक्टर ने टक्कर मारी थी उसमे भी लीपा पोती की गई । ठेकेदार इतने सतर्क रहते है की पुलिसिया ठेकेदार से साठ गांठ कर चांदी काट रहे है। और आम आदमी इनकी चपेट में आकर अपनी जान गवा बैठा है। कुछ दिन तो काम बंद होता है लेकिन फिर दोबारा साठ गांठ से चालू हो जाता है । 

साहिल पुत्र नौशाद व आमिर पुत्र नफीस निवासीगण कस्बा चरथावल जनपद मुजफ्फरनगर गुजरात के किसी शहर में मेहनत मजदूरी का काम करते थे जो बकरा ईद की छुट्टी पर अपने घर परिवार के साथ ईद मनाने के लिए आ रहे थे। रविवार की रात समय लगभग साढ़े आठ बजे वो दोनों थाना भवन के चरथावल बस स्टैंड पर खड़े बस की प्रतीक्षा कर रहे थे लेकिन उस समय चरथावल की बस न होने पर उन्हें एक टेम्पो मिल गया वो दोनों एवं एक अन्य युवक अनस पुत्र लियाकत निवासी गाँव धानवा जनपद सहारनपुर जो चरथावल क्षेत्र के किसी गाँव मे अपनी रिश्तेदारी में जा रहा था वो भी उसी टेम्पो में सवार हो गया और चरथावल की और चल दिये जब टेम्पो कृष्णा नदी के पुल के पास गया तो विपरीत दिशा से तेज़ रफ़्तार सेआ रहे मिट्टी से भरे ट्रेक्टर ट्राली ने अनियंत्रित होकर टेम्पो में टक्कर मार दी टक्कर लगने पर साहिल व अनस टेम्पो से नीचे गिर गए और ट्रेक्टर उनको कुचलते हुए भाग गया। टेम्पो चालक किसी तरह उन्हें लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचा और घायलो को भर्ती कराया। जहाँ पर डॉक्टर ने साहिल को मृत घोषित कर दिया। और अनस को प्राथमिक उपचार देकर उसकी चिंता जनक हालत के चलते हायर सेंटर रेफर कर दिया।मौके पर पहुंचीं पुलिस ने म्रतक का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।और अग्रिम कार्यवाही में लग गई। साहिल की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिजन थाना भवन अस्पताल में पहुँच गए। समीर का माँ का रो रो के बुरा हाल हो रहा था।

खनन के ट्रेक्टरों से हादसे का बड़ा कारण।

प्राप्त जानकारी के अनुसार खनन में मिट्टी खोदने वाली मशीन का मालिक ही ट्रेक्टरों का ठेकेदार होता है मशीन मालिक ही किसी भराव का ठेका लेता है और फिर ट्रेक्टर ट्रॉलियों वालों को लगभग 800 रुपये में एक चक्कर प्रति ट्रॉली देता है। मशीन लगातार खेत से मिट्टी खोदने एवं ट्राली में भरने का काम करती है और ट्रेक्टर ट्रालियां चालक अधिक से अधिक चक्कर मारने के लालच में ट्रैक्टर को तेज रफ्तार से भगाते है देखने मे ऐसा लगता है मानो उनमे कोई दौड़ प्रतियोगिता हो रही हो।दिमाग मे जल्दी और ट्रेक्टर रफ्तार तेज होने के कारण कभी कभी चालक अपना नियंत्रण खो बैठता है और सामने उसने वालो को कुचल कर भाग जाते है। और जिस ट्रेक्टर से हादसा हो जाता से उसका चालक सर्वप्रथम मशीन मालिक यानी ठेकेदार को कॉल करता है और उसे मशीन बन्द कर वहाँ से निकले के लिए बोल देता है उसके बाद ठेकेदार सभी ट्रेक्टर चालको को कॉल कर सूचना देता है उसके बाद सभी ट्रेक्टर ट्राली आनन फानन में उल्टी सीधी भागती है। और जिसे जहाँ पर भी कोई सुरक्षित स्थान मिलता है वो वहीं पर अपनी ट्रेक्टर ट्राली को पार्क कर भाग जाते है।