मेरठ: सामाजिक कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला, परिजनों ने पुलिस से लगाई न्याय की गुहार

मेरठ। शहर में कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां सामाजिक कार्यकर्ता मनोज कुमार उर्फ दीपक पर कुछ लोगों ने बेरहमी से हमला कर दिया। पीड़ित की पत्नी पूनम ने इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घटना का पूरा विवरण
घटना 21 फरवरी 2025 की रात 10:15 बजे की है, जब मनोज कुमार उर्फ दीपक अपने दोस्त नीरज के पास से घर लौट रहे थे। रास्ते में उन्होंने देखा कि एक बारात में कुछ लोग शिवम नाम के व्यक्ति को बुरी तरह पीट रहे थे। जब उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो बारात में शामिल सचिन, सोनू, सिब्बू, दुष्यंत, मोन्टी, लाल सिंह बग्गी वाला और 15-20 अन्य लोगों ने उन्हें घेर लिया और जातिसूचक गालियां देते हुए मारपीट शुरू कर दी।
जान से मारने की कोशिश
पत्नी पूनम के अनुसार, आरोपियों ने धारदार हथियारों (तलवार, चाकू, सरिया) से उनके पति के सिर पर वार कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया। साथ ही, लाठी-डंडों, बेल्ट और ईंटों से बुरी तरह पीटा गया। जब उनके दोस्त नीरज ने उन्हें बचाने की कोशिश की, तो हमलावरों ने उसे भी धमकाया और गाली-गलौज की।
गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
नीरज ने किसी तरह परिवार को घटना की सूचना दी, जिसके बाद परिजन मौके पर पहुंचे और दीपक को बेहोशी की हालत में सड़क किनारे पड़ा हुआ पाया। आनन-फानन में उन्हें साईं हॉस्पिटल, बागपत रोड, मेरठ में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उनके सिर पर 60 टांके, होंठ पर 5 टांके, कान पर 1 टांका लगाया और बताया कि उनकी एक हड्डी भी टूट चुकी है।
पुलिस ने नहीं लिया संज्ञान, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार
पीड़िता का आरोप है कि घटना की जानकारी थाना टीपी नगर, मेरठ को दी गई, लेकिन अब तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और न ही पीड़ित के बयान दर्ज किए गए हैं। पीड़िता ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मांग की है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज की जाए।
इस मामले में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर क्षेत्र में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। पीड़ित परिवार ने न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखने की बात कही है।