कन्नौज जिले में तिर्वा कोतवाली के धरमंगद पूर्वा में एक दिन पहले जिस युवक का खून से लथपथ शव बरामद हुआ था, उसकी हत्या खुद पत्नी ने की थी। उसने प्रेमी की मदद से इस वारदात को अंजाम दिया। वारदात के बाद से ही पुलिस इसे प्रेम-प्रसंग से जोड़कर देख रही थी।
पत्नी पर ही शक था। पुलिस ने सख्ती की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर हत्या में उपयोग गए डंडे व लोहे की आरी को पुलिस ने बरामद कर लिया। बुधवार को पुलिस ने पत्नी व प्रेमी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। दोनों को जेल भेज दिया गया।
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कोतवाली क्षेत्र के धरमंगद पूर्वा गांव में मंगलवार की सुबह शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। उसकी शिनाख्त गांव के ही मनोज पाल के रूप में हुई थी। शुरू में तो मनोज की पत्नी संध्या ने पुलिस को बरगलाया। बताया कि सोमवार की शाम शराब लाने के लिए गए थे, वापस नहीं आए।
पुलिस प्रेम-प्रसंग से जोड़ रही थी मामला
हालांकि तफ्तीश के दौरान पुलिस का शक संध्या पर ही था। पुलिस इसे प्रेम-प्रसंग से ही जोड़कर देख रही थी। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो वो टूट गई। उसने बताया कि फिरोजपुर गांव निवासी अजय बाथम (24) से उसका प्रेम-प्रसंग था। मनोज को पता चल गया था तो वह खफा था।
पहले पिलाई शराब, फिर चारा काटने ले गई खेत
इसीलिए उसने अजय के साथ मिलकर मनोज को हमेशा के लिए हटाने का मंसूबा तैयार किया। साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया। उसने पुलिस को बताया कि सोमवार की शाम को पति को शराब पीने के लिए पैसा दिया। जब मनोज ने शराब पी ली तो चारा काटने का झांसा देकर उसे खेत पर ले गई।
आरी से गर्दन-चेहरे पर किए थे वार
वहां अजय पहले से मौजूद था। संध्या का इशारा मिलते ही अजय ने मनोज के सिर पर डंडा से हमला कर दिया। वह घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद डंडे से गला दबाकर लोहे की आरी से गर्दन व चेहरे पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया। शव को वहीं छोड़कर दोनों अपने-अपने घर चले गए। किसी को कुछ नहीं बताया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट के 30 निशान मिले
शादीशुदा होकर भी प्रेमी की मुहब्बत में संध्या ने पति की हत्या के दौरान कोई रहम नहीं किया। दोनों ने मिलकर डंडे से तब तक मारा, जब तक उसकी सांस नहीं टूट गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी बेरहमी से मौत की पुष्टि हुई है। कोतवाल संतोष कुशवाहा ने बताया कि मनोज पाल के शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्दन से सिर के बीच चोट के 30 निशान मिले हैं।
तीन साल से चल रहा था प्रेम-प्रसंग
मनोज पाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार पत्नी संध्या के प्रेमी अजय बाथम ने बताया कि मनोज से दोस्ती थी। उसके घर पर आना-जाना बना रहता था। इसी दौरान मनोज की पत्नी संध्या से प्रेम हो गया। मनोज को इसकी भनक लग चुकी थी। संध्या भी मनोज से छुटकारा चाहती थी। इसीलिए दोनों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया।
पिता की मौत, मां गई जेल, दो मासूमों का बुरा हाल
इस पूरे हत्याकांड में मनोज और संध्या के बच्चों का बुरा हाल है। छह साल का पुत्र और तीन साल की पुत्री पूरी वारदात से बेचैन हैं। दोनों बार-बार मां संध्या और पिता मनोज के न दिखने पर बिलख रहे हैं। संध्या के जेल जाने के बाद मनोज के बड़े भाई रामचंद्र ने दोनों की परवरिश का जिम्मा उठाया है।
30 वर्ष पहले गायब हुए थे पिता, अब तक पता नहीं
लापता हालत में मनोज की हत्या के बाद के उसके पिता से जुड़ी घटना की चर्चा होने लगी है। परिजनों ने बताया कि 30 वर्ष पूर्व मनोज के पिता लाखन पाल आलू की फसल बेचने कानपुर गए थे। वह कभी लौटकर नहीं आए। काफी खोजबीन के बाद भी उनका कहीं सुराग नहीं मिला था।
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