विद्वान् सर्वत्र पूज्यते :मैथेमेटिक्स में आईआईटी इंदौर से पीएचडी और अब आस्ट्रेलिया का ऑफर

विद्वान् सर्वत्र पूज्यते :मैथेमेटिक्स में आईआईटी इंदौर से पीएचडी और अब आस्ट्रेलिया का ऑफर

संवाददाता मो जावेद

छपरौली। विद्वान सर्वत्र पूज्यते की कहावत उस समय चरितार्थ हो गई जब युवा अश्विनी मलिक को गणित में पीएचडी करने पर उसकी योग्यता के आधार पर ढेरों प्रस्ताव आने लगे, इनमें विदेश से भी कई प्रस्ताव थे, जिनमें से आस्ट्रेलिया के प्रस्ताव पर उसकी वेमिस्ट्री के  प्रवक्ता मामा मनोज सहमति बन रही है।

रसायन विज्ञान के प्रवक्ता अपने मामा मनोज खोखर की प्रेरणा से नीरस विषय गणित में पीएचडी कर डॉक्टर बने अश्वनी मलिक ने आईआईटी इंदौर से की थी। आस्ट्रेलिया का ऑफर पसंद कर अपने मामा केमिस्ट्री के घर छपरौली पहुँचे डॉ अश्वनी का कस्बे व क्षेत्र के प्रबुद्ध व्यक्तियों ने जोरदार स्वागत किया तथा एक दूसरे को मिठाई खिलाकर भांजे डॉ अश्वनी की सफलता का जश्न मनाया गया।

अश्वनी के पिता पवनवीर मलिक एक साधारण किसान हैं,जो शामली जिले के गाँव कुडाना में रहकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हुए अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर बहुत ही गम्भीर हैं। पवनवीर मलिक के पुत्र अश्वनी मलिक ने आईआईटी इंदौर से मैथेमेटिक्स में पीएचडी करके अपने परिवार के लिए कीर्तिमान स्थापित किया है। अश्वनी ने 2007 में सत्यनारायण कॉलेज शामली से इण्टर, 2010 में कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से बीएससी कम्पयूटर साईंस, 2015 में आईआईटी गाँधीनगर गुजरात से एमएससी मैथेमेटिक्स, 2018 में यूजीसी नेट जेआरएफ में इंडिया में 99 वां रैंक प्राप्त किया और 2019-2023 में आईआईटी इंदौर से मैथेमेटिक्स से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है।

अश्वनी मलिक को यह सफलता पाँच वर्षों के कठिन परिश्रम के बाद मिली। अश्वनी के अनुसार वह अपने मामा मनोज खोखर, केमिस्ट्री प्रवक्ता से प्रेरित हुआ। वह इसका श्रेय अपने माता-पिता, बहनों, मामा, परिजनों तथा मार्गदर्शक  डॉ एम तनवीर को देते हैं।

समाजसेवी आरआरडी उपाध्याय ने कहा, आज उच्च शिक्षा में शोध की ओर बढ़ने की विचारधारा को ग्रहण लग चुका है। पीएचडी व पोस्ट डॉक्टरल तक चन्द व्यक्ति ही पहुँचने पर विचार करते हैं। परिणाम स्वरूप हम भारतीयों को विदेशी विचारकों व वैज्ञानिकों पर निर्भर होना  पड रहा है। डॉ अश्वनी ऐसे व्यक्तियों के लिए एक प्रेरणा है।इस अवसर पर रविकुमार एडवोकेट, प्रधानाचार्य सुनील कुमार आर्य, डॉक्टर बलवीर सिंह तोमर, चेयरमैन धूम सिंह, ओमपाल, प्रधानाचार्य योगेन्द्र सरोहा, उदित, ॠषभ, रेनी खोखर, नीरज रानी आदि उपस्थित रहे।