प्रशासन के रवैये पर, आत्मदाह के फैसले पर अडिग है मन्नूगढ़ का परिवार

प्रशासन के रवैये पर, आत्मदाह के फैसले पर अडिग है मन्नूगढ़ का परिवार
झिंझाना। बिडौली के मजरे मन्नुगढ निवासी परिजनों ने एक न्यूज़ चैनल को दिए साक्षात्कार में साफ किया कि यदि करनाल हाईवे का चौड़ीकरण में प्रशासन जबरदस्ती उनका मकान तोड़ना चाहता है तो मजबूर होकर उन्हें आत्मदाह करना पड़ेगा और उसकी जिम्मेदार
प्रशासन की होगी। 
          गुरुवार को ऊन तहसील की एसडीएम निकिता शर्मा के नेतृत्व में हाईवे प्राधिकरण एवं राजस्व टीम बिडौली के मुजरे मन्नूगढ में करण सिंह के मकान को भारी पुलिस फोर्स के साथ बुलडोजर से मकान तोड़ने गई थी। करण सिंह का कहना है कि जब प्रशासन ने उनकी एक ना सुनी तब उसको अपने मकान की छत पर चढ़कर अपने ऊपर पेट्रोल डालना पड़ा था। करण सिंह का दावा है कि खसरा नंबर 135 / 3 में उनका मकान है और उनके मकान की बाहरी जमीन पीडब्ल्यूडी की ना होकर नीजी उनकी हैं। इस संबंध में मुजफ्फरनगर कोर्ट 2007 में अपना फैसला दे चुकी है। पीडब्ल्यूडी ने भी उसको स्वीकार किया है। हाईवे की बागपत इकाई ने भी उसके जांच कर ली है तो फिर प्रशासन क्यों उनका मकान तोड़ना चाहता है। करण सिंह ने दोहराया कि यदि उसके मकान पर जबरदस्ती की गई तो उसको परिवार समेत आत्मदाह करना पड़ेगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस पर एसडीएम निकिता शर्मा ने बताया कि मकान मालिक को 2 दिन के अंदर कागजात लेकर बुलवाया है और जांच-पड़ताल कर जो उचित कार्रवाई होगी की जाएगी।