कौन सुनेगा किसको सुनाएं ? जनता करें पुकार ,जिलाधिकारी महोदया करा दो हमारी समस्या का समाधान 

कौन सुनेगा किसको सुनाएं ?  जनता करें पुकार ,जिलाधिकारी महोदया करा दो हमारी समस्या का समाधान 
झिंझाना। हमारी कौन सुनेगा ? गांव प्रधान हो या चेयरमैन कोई भी हमारी समस्या को जायज मानते हुए भी सुनने और इससे निजात दिलाने को तैयार नहीं है। जिलाधिकारी महोदया हमारी समस्या का समाधान कराने की कृपा करें।

निकटवर्ती गांव जमालपुर में दलितों के मोहल्ले की एक गली जिस पर आजादी के बाद से आज तक खड़ंजा तक नहीं लगाया जा सका है। घर में से निकलने वाले जल की निकासी तक का भी प्रबंध नहीं है। गांव प्रधान बार बार वायदा तो करते हैं। वोट लेते हैं। मगर आज तक समस्या का निपटारा नहीं हो सका। गली में रहने वाले कश्यप एवं दलित समाज के लोगों का कहना है कि गली का चौड़ीकरण भी नहीं हो सकता तो जल निकासी की व्यवस्था कर पक्की गली तो बनाई जा सकती है। मगर हमारी कोई भी सुन नहीं रहा है। दबंगों के चलते हम आज भी मलिन बस्ती में रहने पर मजबूर हैं। नतीजा यह कि घरों में से निकलने वाले पानी की निकासी तक का भी प्रबंध इस गली में नहीं है। लोग मजबूर है सुनने को कोई तैयार नहीं है आला अधिकारियों को भी यथा समय शिकायतें होती रहती हैं। ग्रामीणों ने फिर से योगी सरकार में विकास गंगा के बहते अधिकारियों का रहमों करम होने से अपनी इस गली में जल निकासी एवं पक्की सड़क बनने की आशा व्यक्त की है।
करनाल हाईवे पर स्थित गांव लक्ष्मणपुरा में नाले का निर्माण अधूरा होने के कारण गली के देवेंद्र कुमार आदि तमाम लोग जलभराव की समस्या से परेशान है। घरों से निकलने वाले दूषित पानी की निकासी तक का प्रबंध भी कभी कभी नहीं हो पाता,और पूरी गली में बिना बरसात के भी जलभराव एवं कीचड़ रहने से घरों में आवागमन भी बंद हो जाता है। बाधित होता रहता है गांव प्रधान या सार्वजनिक निर्माण विभाग हमारी समस्या को नहीं सुन रहा है। हम परेशान हैं। जनपद के आला अधिकारियों से उम्मीद है कि वह हमारी इस समस्या से हमें जरूर निजात दिलवाए।
कस्बा झिंझाना में टंकी रोड पर नगर पंचायत कार्यालय के निकट ही सपना सिनेमा हॉल था जिस पर कॉलोनी का निर्माण हो गया है गली में सड़क पक्की जरूर है। जल निकासी की व्यवस्था बदहाल है। मोहल्ले वासियों ने अनेक बार नगर पंचायत चेयरमैन एवं अधिशासी अधिकारी को गुहार लगाई है। परंतु समस्या का अंत नहीं हो सका है। और कस्बे में भी कीचड़ भरी गली में रहने पर लोग मजबूर हैं। नगर पंचायत ने मोहल्ले वासियों के अनुरोध पर जल निकासी के लिए नाली तो बनवा दी है। मगर बीच का रास्ता अधूरा पड़ा होने से जलभराव एवं कीचड़ की समस्या बनी रहती है। बरसात में पैदल मार्ग भी खत्म हो जाता है। 
   इस बाबत जब अधिशासी अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जमीन के स्वामी द्वारा लिखकर नहीं दिया गया है। जिसके कारण नगर पंचायत यहां सड़क का निर्माण नहीं कर सकती। हालांकि जल निकासी की व्यवस्था के मद्देनजर हमने गली में नाली का निर्माण करा दिया है। गली में रहने वाले पंडित  वीरेंद्र दत्त शर्मा का कहना है कि उसने जमीन के स्वामी कमल तायल द्वारा भी सड़क बनाए जाने संबंधित पत्र नगर पंचायत को उपलब्ध करा दिए थे। पूर्व चेयरमैन राकेश गोयल के पुत्र अमित गोयल ने नगर पंचायत पर अनदेखी का आरोप लगाया है।